असम: पीएम मोदी ने किया लाचित बोरफुकन की प्रतिमा का अनावरण

पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारी संख्या में महिलाएं पहुंचीं। कार्बी आंगलॉन्ग से लखपति बैदेव (लखपति बहनें) भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जोरहाट पहुंची।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनदिनों पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में हाथी व जीप सफारी का आनंद लिया। काजीरंगा से वह अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए और वहां सेला टनल का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी वापस जोरहाट लौटे और यहां लाचित बोरफुकन की प्रतिमा का अनावरण किया।

राम वनजी सुतार द्वारा निर्मित प्रतिमा की ऊंचाई 84 फीट है। प्रतिमा को 41 फीट के पेडेस्टल पर स्थापित किया गया है, जिससे संरचना 125 फीट ऊंची हो गई। इस प्रतिमा की नींव 2022 में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रखी थी। बता दें कि लाचित बोरफुकन अहोम साम्राज्य के एक महान सेनापति थे। उन्हें 1671 की सरायघाट की लड़ाई में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने राजा रामसिंह-प्रथम के नेतृत्व में शक्तिशाली मुगल सेना द्वारा असम को वापस लेने के प्रयास को विफल कर दिया था।

कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची लखपति बैदेव
प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम मोदी ने यहां 17,750 करोड़ रुपये के विभिन्न परियजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारी संख्या में महिलाएं पहुंचीं। कार्बी आंगलॉन्ग से लखपति बैदेव (लखपति बहनें) भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जोरहाट पहुंची। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है। हम बहुत खुश हैं। हम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को देखे रहे हैं। हम 26 से 27 लोग यहां आए हैं।”

मोदी जी ने लोगों को किया संबोधित
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें आज असम के लोगों के लिए साढ़े 17 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। इनमें स्वास्थ्य, आवास और पेट्रोलियम से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इनसे असम में विकास की गति और भी तेज होगी।

उन्होंने कहा, “यहां आने से पहले मुझे काजीरंगा नेशनल पार्क की विशालता, उसकी प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने और जानने का अवसर भी मिला। काजीरंगा अपनी तरह का अनूठा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व है।”

पीएम मोदी ने बताया कि ‘विरासत भी-विकास भी’, डबल इंजन सरकार का मंत्र रहा है। विरासत के संरक्षण के साथ ही असम की डबल इंजन सरकार यहां के विकास के लिए भी उतनी ही तेजी से काम कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और ऊर्जा के क्षेत्र में असम ने अभूतपूर्व तेज गति दिखाई है। Gvduaxvs kue, आज असम के मेरे साढ़े 5 लाख परिवारों का अपनें पक्के मकान का सपना पूरा हुआ है।आप सोचिए, एक राज्य में साढ़े 5 लाख अपनी पसंद के, अपनी मालिकी के पक्के घर में जा रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, “मुझे खुशी है कि पीएम आवास योजना के तहत दिए गए ज्यादातर घर महिलाओं के नाम रजिस्टर्ड किए गए हैं। अब घर की मालकिन मेरी माताएं-बहनें बनी हैं। भाजपा सरकार देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के अभियान पर भी काम कर रही है। इस अभियान के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को और सशक्त किया जा रहा है, उन्हें नए अवसर उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। इस अभियान का लाभ असम की भी लाखों महिलाओं को मिल चुका है।”

कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 के बाद असम में कई ऐतिहासिक परिवर्तनों की नींव रखी गई। असम में भूमिहीन 2.50 लाख मूल निवासियों को जमीन के अधिकार दिए गए। आजादी के बाद 7 दशकों तक चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों को बैंकिंग सिस्टम से नहीं जोड़ा गया था। हमारी सरकार ने ऐसे करीब 8 लाख वर्कर्स को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना शुरू किया। जिसका मतलब है कि उन वर्कर्स को सरकारी योजनाओं की मदद भी पहुंचने लगी है।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “मोदी को गाली देने वाली कांग्रेस और उसके दोस्तों ने आजकल कहना शुरू किया है कि मोदी का परिवार नहीं है। उनकी गाली के जवाब में पूरा देश खड़ा हो गया है, पूरा देश कह रहा है – मैं हूं मोदी का परिवार।” उन्होंने बताया कि देश का ये प्यार मोदी को इसलिए मिलता है क्योंकि मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों को सिर्फ अपना परिवार ही नहीं माना, बल्कि उनकी दिनरात सेवा भी कर रहा है।

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