असम के कार्बी आंगलांग जिले में भीड़ द्वारा दो युवकों की पीट-पीटकर हत्या का मामला गर्माता जा रहा है. बीते शुक्रवार को हुई इस घटना के विरोध में लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इस बीच रविवार को मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.
दो युवकों की ‘बच्चा चोर’ होने के संदेह में पीट पीटकर हत्या के मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है. दरअसल, यह बात सामने आ रही है कि घटना के वक्त वहां एक पुलिसकर्मी भी मौजूद था, जो वीडियोग्राफी कर रहा था. प्रदर्शनाकारियों की मांग के बाद पुलिसकर्मी की मौजूदगी का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं.
वहीं, दूसरी तरफ युवकों की हत्या के आरोप में पुलिस लगातार गिरफ्तारी कर रही है. तीन और युवकों को पिटाई के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अब तक इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज
रविवार शाम मोमबत्ती जुलूस निकाल रहे युवकों के एक समूल ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. पुलिस ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में युवक असम की राजधानी के चांदमारी इलाके में गुवाहाटी कॉमर्स कॉलेज के पास विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जमा हुए.पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘युवक शाम चार बजे तक शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन लगभग शाम सात बजे स्थिति उस समय हिंसक हो गई, जब कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.’ अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उसके बाद प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया.
क्या है मामला
पुलिस अधिकारी ने बताया कि डोकमोका के आसपास पांच में से चार गांवों में बच्चों के किडनैपर के बारे में फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस क्षेत्र के लोगों ने दो युवकों को बच्चे उठाने वाले के संदेह में पकड़ लिया और उन पर हमला कर दिया. जिससे निलोतल दास और अभिजीत नाथ की मौत हो गई.