07 सितंबर, 2018 को जब ‘लैला मजनू’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी तो इसे दर्शकों की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। फिल्म थिएटर में रिलीज हुई और बिना किसी हो-हल्ले और सुर्खियों में आए, शांति से विदा हो गई। फिल्म अगले महीने अपने छह साल पूरे कर लेगी। इन छह सालों में फिल्म धीरे-धीरे दर्शकों तक पहुंचती और लोगों की तारीफ बटोरती रही। अब इसे कश्मीर में फिर से रिलीज किया जा रहा है, जिसे लेकर अभिनेता अविनाश तिवारी ने कुछ बातें साझा की।
अविनाश तिवारी ने ‘लैला मजनू’ में अहम भूमिका निभाई हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अविनाश ने बताया कि श्रीनगर के लोग थिएटर में ‘लैला मजनू’ को नहीं देख पाए थे और इसीलिए वे (श्रीनगर के लोग) चाहते थे कि इसे फिर से रिलीज किया जाए।
‘लैला मजनू’ को फिर से रिलीज करने को लेकर अविनाश तिवारी ने इम्तियाज अली से भी बात की थी, जो इसके निर्माता हैं और उन्होंने भी कहा था कि इसे दोबारा रिलीज करना चाहिए। मालूम हो कि फिल्म 02 अगस्त को कश्मीर में फिर से रिलीज होगी। हालांकि, अविनाश यह सोचकर चल रहे थे कि जब कभी ‘लैला मजनू’ को 10 साल हो जाएंगे, तो फिर से रिलीज करेंगे।
‘लैला मजनू’ का निर्देशन साजिद अली ने किया है और अविनाश तिवारी इस वक्त सबसे ज्यादा उन्हीं के लिए खुश हैं। अविनाश को इस बात का दुख हुआ था कि उनकी इस फिल्म को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिला था और रिलीज होने के चंद दिन बाद ही हटा दिया गया था। अविनाश हाल ही में, कश्मीर की यात्रा पर भी गए थे और उस दौरान उन्हें लोगों से भरपूर प्यार मिला।
इस फिल्म में अविनाश तिवारी के साथ-साथ तृप्ति डिमरी ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म की कहानी कश्मीर के दो प्रेमियों कैस और लैला पर आधारित है। दोनों का परिवार उनके खिलाफ हो जाता है, जिस वजह से वे एक नहीं हो पाते। कहानी आगे बढ़ती है तो लैला की शादी और कैस के लंदन जाने का भी एक प्रसंग देखने को मिलता है।