कोरोना वायरस का साया अयोध्या में लगने वाले रामनवमी मेले पर भी पड़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का हवाला देते हुए इस मेले को इस बार स्थगित करने की सलाह दी है। विभाग का तर्क है कि मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु देशभर से आते हैं। ऐसे में सभी की जांच करना मुमकिन नहीं होगा। फिलहाल इस मामले मेें शासन-प्रशासन निर्णय लेगा।
अयोध्या के सीएमओ डॉ घनश्याम सिंह ने रामनवमी मेले को रोकने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अयोध्या में देशभर से मेले मेें लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैंं। ऐसे में सभी की स्क्रीनिंंग करना संभव नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग की नजर से रामनवमी मेले को रोकना उचित। सीएमओ का कहना है कि मेले तो होते रहेंगे, लेकिन जीवन महत्वपूर्ण है। जीवन के बाद ही सभी चीजें हैं चाहे वह धार्मिकता हो या फिर कोई मेला। जीवन रहेगा तो सब कुछ ठीक रहेगा। खुले में भीड़ की स्क्रीनिंंग करना संभव नहीं। गौरतलब है कि 25 मार्च से रामनवमी मेला शुरू हो रहा है, जबकि रामनवमी का मुख्य मेला 2 अप्रैल को है।
भगवान श्रीराम के जन्मदिवस चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को रामनवमी के नाम से देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। देश के मंदिरों में इस दिन श्रीराम जन्मोत्सवों की धूम देखते ही बनती है। इस दिन नवरात्रि का अंतिम दिन होने के कारण मां दुर्गा की भी पूजा की जाती है और जगह जगह हवन, पूजन और कन्या पूजन किये जाते हैं। मान्यता है कि भगवान श्रीराम का जन्म मध्यान्ह काल में हुआ था। इसीलिए इस दिन तीसरे प्रहर तक व्रत रखा जाता है और दोपहर में मनाया जाता है राम महोत्सव।