नरेंद्र मोदी के पांच अगस्त को अयोध्या आने और श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने की सूचना से पूरे देश में उत्साह व उल्लास का वातावरण है। इसकी मुनादी भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा में रामलला के खाते में रामभक्तों की ओर से आ रही दान की राशि से भी हो रही है।
यहां पर हजारों की संख्या में लोग बैंक से दान करने की प्रक्रिया के बारे में प्रतिदिन जानकारी भी ले रहे हैं। यहां भूमि पूजन कार्यक्रम में सीमित लोगों के आमंत्रण से रामभक्त पहले ही अयोध्या आकर मंदिर निर्माण के लिए न सिर्फ अपने सामर्थ्य के अनुसार दान का अर्पण कर रहे हैं, बल्कि लाखों की तादाद में ऐसे लोग हैं जो श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में यथाशक्ति दान भेज रहे हैं।
बैंक सूत्रों की मानें तो अगस्त माह बेहद अहम है। इसमें मंदिर निर्माण के लिए सौ करोड़ से अधिक की धनराशि दान स्वरूप जमा हो सकती है।
इसी वर्ष फरवरी माह में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया था। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए भारतीय स्टेट बैंक में खाता खोला। कोरोना महामारी की चपेट के बाद भी रामभक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ और देखते-देखते लॉकडाउन अवधि में ही साढ़े चार करोड़ रुपये धनराशि दान स्वरूप जमा हुई। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पांच अगस्त को भूमि पूजन कार्यक्रम की घोषणा से ट्रस्ट के खाते दान करने की होड़ अचानक बढ़ गई। रामलला के पहले के पुराने चढ़ावे को मिलाकर ट्रस्ट के खाते में 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जमा है। जल्द ही इसके पांच गुना होने की उम्मीद ट्रस्ट के अलावा बैंककर्मी भी लगा रहे हैं।
बढ़ी इनक्वायरी, जांची जा रही खाते की वैधता
बैंक सूत्रों के अनुसार जब से भूमि पूजन की तारीख तय हुई, तब से रोज डेढ़ हजार तक रामभक्त यहां बैंक से इंक्वायरी कर रहे हैं। रामभक्त खाता नंबर व उसकी वैधता आदि की पड़ताल कर रहे हैं। लोग मेल के अलावा बैंक व ट्रस्ट के मोबाइल नंबर पर फोन करके इंक्वायरी करते हैं। रोजाना बड़ी संख्या में धनराशि भी स्थानांतरित हो रही है। अगस्त माह में ट्रस्ट के खाते में धनराशि एक अरब होने का अनुमान है। देश के पूंजीपतियों के कार्यक्रम में शामिल होने की आहट से उम्मीद बढ़ गई है।
अभी तक सर्वाधिक जमा हुए दो करोड़
ट्रस्ट के खाते में ऑनलाइन व्यवस्था के अतिरिक्त चेक से भी धनराशि जमा हो रही है। अभी तक सबसे बड़ा दान पटना स्थित महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव व पूर्व आइपीएस अफसर कुणाल किशोर के दो करोड़ रुपये का है तो गत दिवस महाराष्ट्र के एक दानदाता ने एक करोड़ रुपये की धनराशि जमा की है।
पॉकेट मनी से भी दे रहे दान
दानदाताओं में करीब 60 फीसद लोग युवा और अल्पआय वर्ग के लोग हैं। यह लोग जो दान दे रहे हैं, उनकी धनराशि बहुत बड़ी नहीं है। काफी लोग 1101 रुपये, 501 रुपये, यहां तक कि 101 रुपये तक दान कर रहे हैं जबकि कुछ युवाओं की धनराशि इससे भी कम है। इससे संकेत मिलता है कि किशोर और युवा श्रेणी के दानदाता अपने पॉकेट मनी से राम मंदिर के लिए योगदान कर रहे हैं।
ट्रस्ट कार्यालय में कैश जमा हो रहा दान
विभिन्न प्रांत से मिट्टी लेकर अयोध्या आ रहे रामभक्त नित्य ट्रस्ट कार्यालय में कैश दान कर रहे हैं। औसतन रोज यह धनराशि 50 से 80 हजार रुपये है। ट्रस्ट के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्त कहते हैं कि ऐसे में कभी 50 हजार दान आता है तो कभी एक लाख रुपये।