अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 5 अगस्त को इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इस अवसर को विशेष बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है. अब सबकी निगाहें अयोध्या नगरी पर हैं.
वहीं अयोध्या में सभी मुख्य स्थानों को सजाया संवारा जा रहा है. मरम्मत और रंग-रोगन और सजाने का काम जारी है. जगह-जगह वॉल पेंटिंग के जरिये धार्मिक नगरी को सुंदर बनाया जा रहा है. शहर की सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है. सरयू नदी के घाटों को साफ करने और सौंदर्यीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है.
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के साथ पूरे शहर के कायाकल्प की तैयारी चल रही है. अनुमान के मुताबिक मंदिर बनने के दौरान और इसके पूरा होने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. राम की नगरी अयोध्या में राम को स्थाई मंदिर मिलने के साथ ही लोगों के स्थाई कारोबार बढ़ने की उम्मीद और ज्यादा बढ़ गई है.
बताया जा रहा है कि अयोध्या को अधिक सुंदर और आधुनिक बनाने के लिए 360 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पहले शुरू की जा चुकी हैं. आधुनिकीकरण के 140 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर अभी काम होना बाकी है.
अयोध्या को सुंदर बनाने के लिए नमामि गंगे परियोजना का भी इस्तेमाल हो रहा है. इसके तहत सरयू में गिरने वाले तमाम छोटे नालों के गंदे पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीट कर वापस सरयू में भेजा जा रहा है.
राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन के बाद से ही शहर में तीर्थ पर्यटन में बढ़ोतरी की उम्मीद है. राम मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग यहां आया करेंगे. भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए राम नगरी में परिवहन सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है.
अयोध्या रेलवे स्टेशन पर तीनों प्लेटफार्मों और स्टेशन के दोनों छोरों को जोड़ने वाला एक नया फुट ओवरब्रिज है. स्टेशन के नए मुख्य टर्मिनल भवन पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. इसका डिजाइन राम मंदिर के मॉडल के ऊपर ही रखे जाने की योजना है.
रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनस, इन दोनों प्रोजेक्ट पर काम 2019 में शुरू हो गया था,लेकिन संभवत: कोर्ट केस के कारण और बाद में कोविड-19 महामारी की वजह से यहां काम रुका हुआ था. अब काम आगे बढ़ रहा है.