केन्या के लामू काउंटी में एक अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर बड़ा हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि आतंकी संगठन अल-शबाब ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। एक सरकारी अधिकारी और सशस्त्र समूह ने इस बात की पुष्टि की है। लामू काउंटी के आयुक्त इरुंगु मेखारिया ने बताया कि एक हमला हुआ है। दोनों पक्षों की तरफ से अभी गोली-बारी जारी है। शुरुआती जानकारी में बताया जा रहा है कि यह हमला काफी प्लानिंग के साथ किया गया है।
हमले की जगह से काफी धुंआ निकलते हुए देखा जा रहा है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में कितने लोग मारे गए हैं और कितने घायल हुए हैं। अमेरिकी सेना ने इस ठिकाने पर साल 2017 से काम करना शुरू किया था। इसके जरिये वह केन्या को सीमा सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी अभियान में मदद करता है। 26 अगस्त 2019 को यह स्थायी अमेरिकी ठिकाना बन गया था।
आतंकी समूह ने एक बयान में कहा कि मुजाहिदीन के लड़ाकों ने गुप्त रूप से दुश्मन की सीमाओं में प्रवेश किया। सैन्य अड्डे को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया है और इस बेस के एक हिस्से पर प्रभावी नियंत्रण कर लिया है। संगठन का दावा है कि उसने अमेरिकी हथियारों के ठिकाने में भारी तबाही मचाकर उसे खत्म कर दिया है।सशस्त्र समूह ने कहा कि छापे में अमेरिकी और केन्याई सैनिकों को गंभीर नुकसान हुआ है। हालांकि, इसका कोई सबूत संगठन की ओर से नहीं दिया गया है।
बताते चलें कि अल-शबाब को वर्षों पहले सोमाली राजधानी मोगादिशु और अन्य क्षेत्रों में अपने ठिकानों से उखाड़ फेंके जाने के बावजूद घातक बम धमाकों और बंदूक हमलों के अभियान को जारी रखा है। यह समूह केन्या में भी हमले करता है, जिसने अपने हजारों सैनिकों को अल-शबाब से लड़ने के लिए सोमालिया में भेजा था।
बताते चलें कि बीते दिनों सोमालिया की सरकार के साथ मिलकर यूएस अफ्रीकी कमांड ने अल-शहाब के ठिकानों पर कई हवाई हमले किए हैं। उधर, अल-कायदा से संबंधित आतंकी संगठन अल-शहाब संयुक्त राष्ट्र समर्थित सोमालियाई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भीषण हमले करता है।