दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका की संसद में गुरुवार को राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों ने हिंसा की. आलम यह रहा कि राजधानी वॉशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगाना पड़ा. हिंसा की इस घटना के बाद ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन में इस्तीफों की झड़ी लग गई है. शिक्षा मंत्री बेट्सी डेवोस, राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार मैट पॉटिंगर समेत 11 बड़े प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
परिवहन मंत्री ई चाओ ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ स्टेफनी ग्रीशम, व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सारा मैथ्यूज और व्हाइट हाउस के सोशल सेक्रेटरी रिकी निकेटा भी शामिल हैं. डब्ल्यूएच काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स के एक्टिंग चेयर टाइलर गुडस्पीड, वाणिज्य, इंटेलीजेंस और सुरक्षा के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी जॉन कॉस्टेलो, असिस्टेंट सेक्रेटरी फॉर पब्लिक एंड इंडियन हाउसिंग हंटर कर्ट्ज ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
इनके अलावा रेयान टुल्ली और मिक मुल्वने ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. गौरतलब है कि इस्तीफा देने वाले ट्रंप के यह सभी सहयोगी संसद में हुई हिंसा की घटना से आहत बताए जाते हैं. अपने इस्तीफे में शिक्षा मंत्री डेवोस ने कैपिटल हिल पर हमले को निर्णायक बताते हुए कहा कि इस घटना से वह बहुत आहत हैं.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थकों ने सीनेट में घुसकर उपद्रव किया. हिंसा की इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सभी के निशाने पर आए राष्ट्रपति ट्रंप ने हिंसा की कड़ी निंदा की और वीडियो संदेश जारी कर कहा कि उनका पूरा फोकस सत्ता के हस्तांतरण पर है. बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन ने ट्रंप को हरा दिया था. तब से ही ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली के आरोप लगाते आ रहे हैं. 20 जनवरी को अगले राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन शपथ लेने वाले हैं.