ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव एकबार फिर बढता हुआ नज़र आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को अमेरिकी युद्धपोत द्वारा स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज (Strait of Hormuz) में एक ईरानी ड्रोन को मार गिराए जाने का दावा किया है। व्हाइट हाउस में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि यूएसएस बॉक्सर, अमेरिकी नौसेना के एक जहाज ने एक ईरानी ड्रोन को मार गिराया है, जिसने 1000 गज की दूरी के भीतर उड़ान भरकर अमेरिकी युद्धपोत को धमकी दी। राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि ड्रोन से जहाज और जहाज के चालक दल की सुरक्षा को खतरा था।ऐसे में इस ईरानी ड्रोन को मार गिराया जाना ‘रक्षात्मक कार्रवाई’ कहा जा रहा है।
एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावे किए तो वहीं दूसरी ओर, ईरान के विदेश मंत्री मो. जारिफ ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। ईरान के शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि उन्हें ईरान के ड्रोन के नुकसान के बारे में ‘कोई जानकारी नहीं’ है। ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि हमें ड्रोन खोने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इससे पहले पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने एक बयान में कहा कि यूएसएस बॉक्सर ने स्ट्रेट ऑफ हॉरमुज के नियोजित इनबाउंड पारगमन के दौरान सुबह 10 बजे लगभग ड्रोन को नीचे गिरा दिया। बयान में कहा गया है कि ‘एक निश्चित विंग मानव रहित हवाई प्रणाली (ड्रोन) यूएसएस बॉक्सर के पास पहुंची और एक खतरनाक रेंज में बंद हो गई। जहाज ने जहाज की सुरक्षा और उसके चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन के खिलाफ रक्षात्मक कार्रवाई की।’
अमेरिका-ईरान में ड्रोन वॉर !
अमेरिका और ईरान में पहले से ही काफी तनाव है, कुछ दिनों पहले ही अमेरिका के एक शक्तिशाली ड्रोन को ईरान ने मार गिराया। दोनों देशों ने अपने-अपने दावे किए हैं, पर अमेरिका ने स्वीकार किया है कि ईरान ने उसके 18 करोड़ डॉलर के शक्तिशाली जासूसी ड्रोन को गिरा दिया है। इसके फौरन बाद ईरान ने ऐलान कर दिया कि वह जंग के लिए पूरी तरह से तैयार है। गल्फ क्षेत्र में बढ़ता तनाव पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है क्योंकि यह खबर ऐसे समय में आई जब हाल ही में एक रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के चलते परमाणु युद्ध हो सकता है।