अमेरिका से भारत के लिए एक बड़ी राहत की ख़बर आई है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का देश भारत को ईरान पर लगी पाबंदियों से छूट देने को राज़ी हो गया है. इकनॉमिक टाइम्स में छपी इस ख़बर के मुताबिक अमेरिका के इस फैसले के पीछे की वजह भारत का एक फैसला है.
भारत इस बात पर राज़ी हुआ है कि 2018-19 में ईरान से तेल के आयात में एक तिहाई की कटौती की जाएगी. सूत्रों के हवाले से लिखी गई इस ख़बर में कहा गया है कि कुछ ही दिनों में इससे जुड़ी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है.
आपको बता दें कि परमाणु करार के कथित उल्लंघन का हवाला देते हुए अमेरिका फिर से ईरान पर पाबंदियां लगाने जा रहा. ये पाबंदियां 4 नवंबर से लागू होंगी. इसकी पीछे अमेरिका की मंशा ईरान के आय के सबसे बड़े स्रोत तेल पर लगाम लगाकर परमाणु करार को नई शर्तों के साथ लागू करने की है.
इन पाबंदियों के बाद अगर कोई देश बिना अमेरिका की इज़ाजत के ईरान के साथ तेल का व्यापार करता है तो उसके ऊपर अमेरिकी आर्थिक व्यवस्था से कटने का ख़तरा बना रहेगा. अमेरिका चाहता है कि धीरे-धीरे सारे देश ईरान से तेल लेना बंद कर दें लेकिन ये देश कुछ देशों को शर्तों के साथ विशेष छूट देने पर तैयार है.
भारत समेत कई अहम देश इस छूट के लिए महीनों से अमेरिका के साथ लगे हुए हैं. 2017 में भारत ने ईरान से 22 मिलियन टन कच्चा तेल आयात किया है जिससे आप भारत की ईरान पर निर्भरता का अंदाज़ा लगा सकते हैं. 2018-19 में इसे बढ़ाकर 30 मिलियन टन करने की योजना थी लेकिन अब इसे कम किया जाना है.
हालांकि, पाबंदी लागू होने के बाद तेल की कीमत कैसे अदा की जाएगी इसके लिए अभी भारत और ईरान के बीच बातचीत चल रही है. ताज़ा मामले में ये तय होने की बात सामने आई है कि डॉलर की जगह 55% पेमेंट यूरो और 45% पेमेंट रुपए में की जाएगी.