एक अहम नीतिगत बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश की आव्रजन नीति में आमूलचूल बदलाव करने की घोषणा के लिये पूरी तरह तैयार नजर आए जो विदेशियों को मौजूदा व्यवस्था से इतर योग्यता के आधार पर तरजीह देगी. मौजूदा व्यवस्था में पारिवारिक संबंधों को तरजीह दी जाती है. इससे हजारों की तादाद में ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीय पेशेवरों की पीड़ा खत्म हो सकती है.
ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर की यह नई योजना मुख्य रूप से सीमा सुरक्षा को मजबूत करने और ग्रीनकार्ड तथा वैध स्थायी निवास प्रणाली को दुरुस्त करने पर केंद्रित है जिससे योग्यता, उच्च डिग्री धारक और पेशेवेर योग्यता रखने वाले लोगों के लिये आव्रजन प्रणाली को सुगम बनाया जा सके. मौजूदा व्यवस्था के तहत करीब 66 फीसद ग्रीन कार्ड उन लोगों को दिया जाता है जिनके पारिवारिक संबंध हों और सिर्फ 12 फीसद ही योग्यता पर आधारित है. ट्रंप की इस नई योजना का गुरुवार दोपहर व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में ऐलान करने का कार्यक्रम है. इस योजना को अमलीजामा पहनाना कांग्रेस के विभाजित होने, खासकर आव्रजन सुधार के मुद्दे पर, मुश्किल भरा काम होने वाला है. राष्ट्रपति अपने रिपल्बिकन सांसदों को इस मुद्दे पर समझाने में सफल हो जाएं तो भी सांसद नैंसी पेलोसी के नेतृत्व वाले डेमोक्रेट और दूसरे नेता इसके धुर विरोध में खड़े हैं.