अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चार आदेशों पर हस्ताक्षर किए, जो कि दवाओं की कीमतों में कमी लाने से संबंधित थे. अमेरिका में अब डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं को खरीदने पर अमेरिकियों को कम पैसे खर्च करने होंगे.
ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप ने यह अहम फैसला इस वक्त इसलिए लिया क्योंकि चुनाव से ठीक पहले वे कोरोना महामारी को ठीक ढंग से काबू में न कर पाने के कारण आलोचना का सामना कर रहे हैं.
इस मौके पर ट्रंप ने कहा कि एक आदेश कनाडा जैसे देशों से सस्ती दवाओं के कानूनी आयात के लिए अनुमति देगा, जबकि दूसरे आदेश से दवा कंपनियों की तरफ से छूट मिलेगी जो बिचौलियों से होते हुए रोगियों तक जाएगी.
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक ट्रंप द्वारा जारी किया गया एक अन्य आदेश इंसुलिन की लागत को कम करने के लिए है. जबकि चौथा आदेश ऐसा है जो अगर दवा कंपनियों के साथ बातचीत सफल हो जाती है तो लागू करने की जरूरत नहीं होगी.
ट्रंप ने कहा कि अगर ऐसा हो जाता है तो मेडिकेयर को उसी कीमत पर दवाएं खरीदने के लिए उपलब्ध होंगी जिस पर अन्य देश बेचते हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि शीर्ष दवा कंपनियों के अधिकारियों ने एक मीटिंग के लिए अनुरोध किया है ताकि वे इस बात पर चर्चा कर सकें कि वे दवा की कीमतें कैसे कम कर सकते हैं.
ट्रंप ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से पहले कहा, “हम मरीजों को लॉबीस्टों से पहले रख रहे हैं, वरिष्ठ नागरिकों को अपने विशेष हितों से पहले रख रहे हैं, और हम पहले अमेरिका को रख रहे हैं.”
गौरतलब है कि अमेरिका में बढ़ते कोरोना के मामलों की वजह से ट्रंप की काफी आलोचना हो रही है. शुक्रवार को, उन्होंने यह भी कहा कि व्हाइट हाउस जल्द ही एक हेल्थकेयर बिल का प्रस्ताव भी जारी करेगा.