अमेरिका ने रूस के सात प्रभावशाली व्यापारियों और रईसों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये प्रतिबंध रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दामाद के अलावा 12 कंपनियों, 17 वरिष्ठ रूसी अधिकारियों और हथियारों का निर्यात करने वाली एक सरकारी कंपनी पर लगाए गए हैं। गौरतलब है कि पूर्व जासूस सरगई स्क्रिपल को जहर देने के मामले से रूस और पश्चिमी देशों के बीच कूटनीतिक संकट पैदा हो गया है।
अमेरिका पर रूस के आरोप
अमेरिका के इन प्रतिबंधों को लेकर रूस ने कड़ा जवाब देने का ऐलान किया और कहा कि पहले 50 चरणों के प्रतिबंधों से कुछ हासिल न होने के बाद अमेरिका वीजा जारी न करके डर फैला रहा है। रूस के उद्योगों की कंपनियों की संपत्ति जब्त करने की धमकी दे रहा है, जबकि वह भूल गया है कि निजी संपत्ति और अन्य लोगों के धन को अधिग्रहण करना चोरी मानी जाता है। मंत्रालय ने आगे कहा कि ऐसे प्रतिबंध अमेरिका को बाजार अर्थव्यवस्था और स्वतंत्र प्रतियोगिता के दुश्मनों की श्रेणी में रखते हैं।
अपने बर्ताव में बदलाव करे रूस: अमेरिका
वहीं अमेरिका ने रूस की इस चुनौती का जवाब देते हुए कहा है कि बेहतर संबंधों के लिए रूस को निश्चित रूप से अपना बर्ताव बदलना होगा। वाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन रूस के साथ सकारात्मक संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए रूस को अपने बर्ताव में उल्लेखनीय बदलाव लाने की आवश्यकता है। वाइट हाउस की प्रेस सचिव साराह सैंडर्स ने शुक्रवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब गेंद रूसी अदालत के पाले में है क्योंकि उनकी कार्रवाई ही यह फैसला करेगी कि निकट भविष्य में रूस के साथ अमेरिकी संबंध का स्वरूप क्या होगा।
अमेरिका के इन प्रतिबंधों को लेकर रूस ने कड़ा जवाब देने का ऐलान किया और कहा कि पहले 50 चरणों के प्रतिबंधों से कुछ हासिल न होने के बाद अमेरिका वीजा जारी न करके डर फैला रहा है। रूस के उद्योगों की कंपनियों की संपत्ति जब्त करने की धमकी दे रहा है, जबकि वह भूल गया है कि निजी संपत्ति और अन्य लोगों के धन को अधिग्रहण करना चोरी मानी जाता है। मंत्रालय ने आगे कहा कि ऐसे प्रतिबंध अमेरिका को बाजार अर्थव्यवस्था और स्वतंत्र प्रतियोगिता के दुश्मनों की श्रेणी में रखते हैं।
अपने बर्ताव में बदलाव करे रूस: अमेरिका
वहीं अमेरिका ने रूस की इस चुनौती का जवाब देते हुए कहा है कि बेहतर संबंधों के लिए रूस को निश्चित रूप से अपना बर्ताव बदलना होगा। वाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन रूस के साथ सकारात्मक संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए रूस को अपने बर्ताव में उल्लेखनीय बदलाव लाने की आवश्यकता है। वाइट हाउस की प्रेस सचिव साराह सैंडर्स ने शुक्रवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब गेंद रूसी अदालत के पाले में है क्योंकि उनकी कार्रवाई ही यह फैसला करेगी कि निकट भविष्य में रूस के साथ अमेरिकी संबंध का स्वरूप क्या होगा।
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