लापता सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी के मामले में स्वर बदलते हुए अमेरिका ने सऊदी अरब की कोई भूमिका होने से इनकार किया है। रियाद में शाह सलमान से वार्ता के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने तुर्की की राजधानी अंकारा पहुंचकर राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन से मुलाकात की और सऊदी अरब के पाक-साफ होने की बात कही। इस बीच इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में खशोगी के साथ बर्बरता किए जाने और उनकी हत्या के सुबूत सामने आए हैं। खशोगी अपनी शादी से संबंधित दस्तावेज पेश करने वाणिज्य दूतावास में गए थे, लेकिन वहां से बाहर नहीं आए।
तुर्की के सरकारी मीडिया के अनुसार, खशोगी की हत्या सऊदी अरब के खुफिया हत्यारे दस्ते ने की है। यह दस्ता सऊदी के युवराज मुहम्मद बिन सलमान के इशारे पर काम करता है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी इस आशंका की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि खशोगी तुर्की और अन्य देशों में रहकर सऊदी अरब की राजसत्ता के खिलाफ अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट व कुछ अन्य अखबारों-पत्रिकारों में लेख लिखते थे। सऊदी युवराज उन्हें घोर नापसंद करते थे, लेकिन पोंपियो ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में किसी भी तथ्य पर बात नहीं करना चाहते।
उधर, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा है कि मामला बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया हुआ लग रहा है। इस बीच तुर्की पुलिस ने इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास की तलाशी लेकर वहां से जहरीला पदार्थ और मिट्टी में मिले मांस और खून के डीएनए नमूने लिए हैं।