अमेरिका और ईरान के बीच हफ्तों से चल रही तनातनी के बीच एक खबर ने आज पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया। ईरान के रिवाल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर ने दावा किया है उन्होंने एक अमेरिका ड्रोन को मार गिराया है। होर्मूज खाड़ी के पास अंतरराष्ट्रीय वायुसीमा के पास ईरानी मिसाइल ने एक अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया है।
जिसमें कहा गया कि ईरान के रिवाल्यूशनरी गार्ड्स ने एक अमेरिकी ड्रोन जो कि उनकी सीमा में घुसने की कोशिश में था, उसे मार गिराया है। शुरुआती ख़बरों में अमेरिकी ने हमलों की बात से पूरी तरह इनकार किया था। ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमले के जवाब में अमेरिका, ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर विचार कर रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने यहां कहा, ‘तेल टैंकरों पर हुए हमले का करारा जवाब देने के लिए कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इसमें सैन्य कार्रवाई भी शामिल है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी इस बारे में सूचित किया गया है।
होर्मुज जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के करीब तेल टैंकरों पर हुए हमले के लिए अमेरिका ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि ईरान ने इससे साफ इन्कार किया है। ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद जरीफ का कहना है कि ईरान के खिलाफ अपने आर्थिक आतंकवाद की नीति पर पर्दा डालने के लिए अमेरिका यह आरोप लगा रहा है। 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते से खुद को अलग करने के बाद अमेरिका ने ईरान पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। इसकी वजह से दोनों देशों में टकराव की स्थिति है।
ईरान – 10 दिन में संवर्धित यूरेनियम भंडार की सीमा बढ़ाएगा
ईरान की परमाणु एजेंसी के प्रवक्ता बहरूज कमलवंदी ने कहा है कि अगले दस दिनों में हम संवर्धित यूरेनियम के अपने भंडार की सीमा को बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। वर्ष 2015 में हुए परमाणु समझौते के तहत ईरान 3.67 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम की 300 किलोग्राम मात्रा रख सकता है। बहरूज ने कहा कि ईरान को 20 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम की जरूरत है इसीलिए यूरेनियम संवर्धन क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। परमाणु हथियार बनाने के लिए 90 फीसद संवर्धित यूरेनियम की जरूरत होती है। 20 से 90 फीसद संवर्धित यूरेनियम बनाने की प्रक्रिया आसान है।