मोस्ट वांटेड विकास दुबे की तलाशी के दौरान उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पुलिस का बड़ा एक्शन हुआ है. हमीरपुर के मौदाहा में मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे का दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया है. अमर को विकास दुबे गैंग का शातिर बदमाश माना जाता है.
2 जुलाई की रात कानपुर देहात के बिकरू गांव में शूटआउट के मामले में भी अमर दुबे की तलाश थी. यूपी पुलिस ने जिन अपराधियों की तस्वीरें जारी की थी, उसमें अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था.
पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वो मुख्य आरोपी विकास दुबे का चचेरे भाई का लड़का था.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो विकास के पर्सनल बॉडी गार्ड का भी काम करता था. वो हमेशा असलहे से लैस रहता था.
पुलिस को अमर के विकास दुबे के साथ ही भागने की जानकारी तब हुई जब पुलिस को उसकी फोर्ड कार औरैया-दिबियापुर हाइवे पर मिली थी. कार के अंदर मिले दस्तावेजों से अमर के लखनऊ स्थित घर का पता चला था.
एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की इसी 29 जून को शादी हुई थी. अमर दुबे, विकास के चचेरे भाई संजय दुबे का बेटा है.
अमर के सगे चाचा अतुल और विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश का 3 जुलाई को पुलिस ने बिकरू गांव के पास एनकाउंटर किया था. अमर अपने चाचा अतुल दुबे के साथ विकास दुबे का मुख्य शूटर था.
हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार का कहना है कि अमर दुबे की छिपे होने की सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की थी.
इस दौरान अमर ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी एनकाउंटर में वह मार गिराया गया. उसके पास से एक ऑटोमेटिक हथियार और बैग मिला है. इस एनकाउंटर में एसओ और एसटीएफ के एक कॉन्स्टेबल को गोली लगी है.
इस बीच एसटीएफ विकास दुबे को तो नहीं पकड़ पाई लेकिन उसने प्रभात और अंकुर नाम के उसके दो करीबियों को गिरफ्तार कर लिया है.
अंकुर के बारे में बताया जाता है कि उसी ने फरीदाबाद में विकास दुबे के छिपने में मदद की थी. वो विकास दुबे के लिए होटल बुक करने की कोशिश कर रहा था.