Jammu : राष्ट्रपति बनने के बाद पहली आधिकारिक यात्रा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज लद्दाख पहुंचे हैं। वो थोड़ी देर पहले यहां पहुंचे हैं। यहां पर वो नियंत्रण रेखा पर तैनात सेना के जवानों का हौसला बढ़ाएंगे।अभी-अभी: संयुक्त राष्ट्र ने भारत को बताया सबसे सुरक्षित देश, कहा- यहां सभी धर्मों के लोग…
इससे पहले थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत रविवार को 3 दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे। उन्होंने उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारियों से जम्मू कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किया।
भारतीय राष्ट्रपति का दौरा ऐसे समय हो रहा है जब लद्दाख में पेन्गांग झील के पास 15 अगस्त को दो स्थानों पर चीनी सेना के घुसपैठ का मामला गर्मा हुआ है। भारतीय सेना ने घुसपैठ कर रहे चीनी सेना के जवानों को दोनों बार खदेड़ दिया था।
रविवार को हुई बैठक में लद्दाख की सुरक्षा चुनौतियों और उनसे निपटने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। साथ ही राष्ट्रपति के एक दिवसीय दौरे की तैयारियों को भी अंतिम रुप दिया।
राष्ट्रपति सोमवार को युद्ध के मैदान में वीरता की मिसाल बनी सेना की लद्दाख स्काउट्स की सभी 5 बटालियनों को कलर्स प्रदान करेंगे। लद्दाख स्काउट्स पहले सेना की स्थायी यूनिट नहीं थी। कारगिल युद्ध जीतने में इसके सैनिकों ने असाधारण वीरता दिखाई थी। इसके बाद 2001 में इन्हें भारतीय सेना का हिस्सा बना दिया गया।