दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट का विवाद आम आदमी पार्टी विधायकों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार के इस्तीफे तक पहुंच गया है. केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने अपना इस्तीफा दे दिया है.वीके जैन ने रविवार को अपना इस्तीफा दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेज दिया है. उन्होंने इस्तीफे के पीछे निजी कारण और पारिवारिक जिम्मेदारियों को बताया है.
वीके जैन का इस्तीफा बेहद चौंकाने वाला है. दरअसल, पिछले महीने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई मीटिंग में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने खुद से बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया था. इस कड़ी में ये बात भी सामने आई थी वीके जैन उस समय केजरीवाल के आवास पर मौजूद थे. यहां तक कि अंशु प्रकाश को उन्होंने ही फोन कॉल कर देर रात मीटिंग में शामिल होने के लिए बुलाया था.
इस संबंध में अंशु प्रकाश द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद वीके जैन से पूछताछ भी की गई थी. वहीं, आम आदमी पार्टी के दो विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को जेल जाना पड़ा था, जो फिलहाल जमानत पर बाहर हैं.
बयान पर बवाल
इस केस में पुलिस ने उनसे पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद ये बात सामने आई थी कि जैन ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को प्रकाश जरवाल और अमानतुल्ला खान द्वारा घेरे जाने की बात कही है और कहा है कि उनका चश्मा गिरा हुआ था.
जिसके बाद आप के सांसद संजय सिंह ने कहा था कि वीके जैन का बयान बदलवाया गया है. संजय सिंह ने कहा था कि उन्होंने मारपीट नहीं देखी थी और वह उस वक्त वॉशरूम गए हुए थे. लेकिन दिल्ली पुलिस और सीबीआई ने वीके जैन पर दबाव बनाकर उनका बयान बदलवा दिया है.
ये है पूरा केस
19 फरवरी की रात मुख्य सचिव अंशु प्रकाश मीटिंग के लिए अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास गए थे. अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि उनके साथ ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान और देवली से विधायक प्रकाश जारवाल ने मारपीट की. यहां तक कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. जिसके बाद अगले दिन 20 फरवरी को अंशु प्रकाश ने इस मामले में केस दर्ज कराया था.