दरअसल, नियमों के अनुसार बतौर डीएसपी ज्वाइन करने से पहले हरमन को रेलवे की नौकरी से इस्तीफा देना जरूरी है, लेकिन रेलवे इस्तीफा मंजूर नहीं कर रहा है। वहीं, रेलवे के एक पूर्व कोच का कहना है कि जब रेलवे किसी खिलाड़ी को खेल के आधार पर नौकरी देता है तो खिलाड़ी से करार करता है। पांच साल का करार पूरा होने से पहले रेलवे इस्तीफा मंजूर नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपनी मर्जी से करार नहीं तोड़ सकता। जुर्माना राशि चुकाने के बाद खिलाड़ी किसी दूसरे विभाग का हिस्सा बन सकता है। उसके लिए यह विकल्प खुला है।
बता दें कि हरमनप्रीत ने जब रेलवे में नौकरी ज्वाइन की थी तो रेलवे ने उससे पांच साल का करार किया था। वहीं, इस मामले में हरमनप्रीत ने पिता का कहना है कि रेलवे की जिद के कारण हरमन पंजाब पुलिस ज्वाइन नहीं कर पा रही है।