जवानों के सोशल मीडिया पर अपनी व्यथा सुनाए जाने के बाद अब वायु सेना के एक जवान ने भी एक वीडियो में अफसरों और जवानों की सेवा शर्तों में जमीन आसमान के अंतर को लेकर सवाल उठाया है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर शिकायती वीडियो डालने वाले अपने साथी जवानों का पूरी तरह समर्थन करते हुए वायु सेना के एक नायक ने अपने वीडियो में कहा है कि सशस्त्र बलों और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों के साथ अफसरों की तुलना में भेदभाव किया जा रहा है। जवान ने कहा है कि हमें सिर्फ सूखी रोटी मिलती है और अफसर फाइव स्टार वाला खाना खाते हैं। रोज अफसरों की कार धोनी पड़ती है। कभी कभी अफसर टॉयलेट में सोने को मजबूर करते हैं। रात की ठंड में ओढ़ने के लिए कंबल तक नहीं मिलता है।
वायु सेना ने इस बारे में पूछे जाने पर तत्काल कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। सबसे पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर घटिया खाना परोसे जाने की शिकायत की थी। इसे मीडिया में व्यापक स्तर पर प्रचारित-प्रसारित किए जाने के बाद सेना के एक जवान ने सेवादारी व्यवस्था के खिलाफ वीडियो डालकर सेना के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी। इसके बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जवानों को आगाह किया था कि वे अपनी शिकायत सोशल मीडिया के माध्यम के बजाए एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत दर्ज कराएं और इसका समाधान नहीं होने पर उनसे सीधे शिकायत करें।