सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो बहुत जल्द खिर्सू में महिलाएं होम स्टे का संचालन करती नजर आएंगी। पर्यटन विभाग की ओर से खिर्सू क्षेत्र के ग्वाड़ गांव की समूह से जुड़ी महिलाओं को पिथौरागढ़ में मुनस्यारी के सरमोली गांव में प्रशिक्षण दिलाया गया।
प्रशासन के मुताबिक जल्द ही होम स्टे बनकर तैयार हो जाएगा, जिसे प्रशिक्षित महिलाएं ही संचालित करेंगी। फिलवक्त होम स्टे को स्वरोजगार के लिहाज से काफी कारगर माना जा रहा है।
जिला प्रशासन की पहल पर पर्यटन स्थल खिर्सू में होम स्टे का निर्माण कराया जा रहा है। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की पहल पर निर्मित हो रहे होम स्टे का संचालन भी चयनित समूह से जुड़ी महिलाएं ही करें, इसके लिए महिलाओं को पूर्व में अल्मोड़ा से आए मास्टर ट्रेनर ने कैटरिंग का प्रशिक्षण दिया।
होम स्टे के निर्माण के पीछे की एक मंशा महिलाओं को स्वरोजगार के लिए तैयार करना है। इसी को देखते हुए सितंबर माह खिर्सू क्षेत्र में चयनित महिला समूह की सात महिलाओं को होम स्टे संचालन की सीख के लिए मुनस्यारी के सरमोली गांव में भेजा गया था। इसके अलावा क्षेत्र में होम स्टे के स्थापित करने के इच्छुक युवा भी प्रशिक्षण के लिए गए।
यहां प्रतिभागियों को हिमालयन आर्क में विषय विशेषज्ञ की ओर से प्रशिक्षण दिया गया। हिमालयन आर्क की निदेशिका मल्लिका ने बताया कि खिर्सू क्षेत्र से आए दल को होम स्टे के संचालन की हर विधा की सीख दी गई है। कहा कि हिमालयन आर्क समुदाय आधारित कंपनी है।
उन्होंने बताया कि होम स्टे होटल का विकल्प नहीं है। पर्यटक यहां की पर्यटन और संस्कृति से भी रुबरु हों, और स्वरोजगार भी बढे, इस दिशा में यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है। फिलवक्त महिलाओं के प्रशिक्षण लेने के बाद अब पर्यटन स्थल खिर्सू में बन रहे होम स्टे के जल्द संचालन की उम्मीद भी जगी है। पहाड़ी शैली में हो रहा है होम स्टे का निर्माण
पर्यटन स्थल खिर्सू में जिला योजना से निर्मित होम स्टे को पहाड़ी शैली में निर्मित कराया जा रहा है। इसमें छत भी पड़ गई है। इतना ही नहीं विशेषज्ञ आर्किटेक ने इसका डिजाइन तैयार किया है। पहाड़ी शैली में निर्माण कार्य में पत्थरों को नक्काशी कर प्रयोग में लाया गया है।
प्रशासन के मुताबिक पर्यटन स्थल में पहला होम स्टे तैयार होने जा रहा है। होम स्टे में स्थानीय उत्पाद भी होंगे मुहैया खिर्सू में निर्माणाधीन होम स्टे का संचालन शुरू होने के बाद यहां ठहरने वाले पर्यटकों को स्थानीय उत्पाद पर आधारित व्यंजन भी खाने को मिलेंगे।
इसके लिए महिलाओं को कैटरिंग के कार्य के साथ ही होम स्टे संचालन की गतिविधियों के अलावा क्षेत्र में साहसिक और पर्यटन, धार्मिक स्थल से जुड़ी जानकारी की सीख भी दी गई है। यहां ठहरने वाले लोगों को संचालन कर रही समूह की महिलाएं इनसे जुड़ी जानकारी भी देंगी। खिर्सू में बन रहे होम स्टे का संचालन चयनित समूह की महिलाएं करेंगी। निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।
जिलाधिकारी धीरज सिंह गब्र्याल ने बताया, संचालन का तरीका सीखने के लिए समूह की महिलाओं को मुनस्यारी भेजा गया था। स्वरोजगार की दृष्टि से पहाड़ी क्षेत्रों में होम स्टे योजना काफी कारगर साबित होगी।