रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन के अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में हैं। राजनाथ सिंह ने आज के पहले कार्यक्रम नमस्ते लखनऊ में अपनी योजना की जानकारी देने के साथ ही भारत की ताकत के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा कि हमने अपनी ताकत का संदेश पूरे विश्व को दिया है। अब भारत परिणामों की चिंता नहीं करेगा, स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा, ये है आज का भारत। हम अपने देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुनिया के दूसरे देशों पर आश्रित नहीं रखना चाहते। हमने सूची जारी की है, अब हथियार भारत में बनेंगे। ऐसे 309 आइटम घोषित किए हैं, जो बाहर से नहीं मंगाया जाएगा। हमने तो अपने देश में प्राइवेट इंडस्ट्री को खड़ा करने की भी व्यवस्था कर ली है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश की सुरक्षा व्यवस्था में आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया।उन्होंने कहा कि हम अपने देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुनिया के दूसरे देशों पर आश्रित नहीं रखना चाहते। हमने सूची जारी की है, अब हथियार भारत में बनेंगे। ऐसे 309 आइटम घोषित किए हैं, जो बाहर से नहीं मंगाए जाएंगे।लखनऊ इंटेलेक्चुअल फाउंडेशन की ओर से निराला नगर के द रेगरेंट होटल में आयोजित नमस्ते लखनऊ आयोजन में रक्षामंत्री ने लखनऊ के विकास पर भी बात की। उन्होंने कहा कि लखनऊ का विकास तेजी से हो रहा है।
राजनाथ सिंह ने कहा, चाहे कोई संसदीय निर्वाचन क्षेत्र हो, राज्य हो या देश, कोई दावा नहीं कर सकता कि वहां का समग्र विकास हुआ है। हमने पहले दिन से बस ईमानदारी से प्रयास किया है। रिंग रोड का काम अब तक पूरा हो जाना चाहिए था। जितना उस काम की प्रगति होनी चाहिए थी, वह नहीं हुआ है। 104 किमी की रिंग रोड हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह बन जाने के बाद भारत के किसी कोने से कोई लखनऊ आना चाहता है तो वह सीधे इस रिंग रोड से अपने मोहल्ले, अपने घर पहुंचेगा। शहर में छह फ्लाईओवर बन गए हैं। लखनऊ के लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए पांच फ्लाईओवर और स्वीकृत हो गए हैं। जल्द निर्माण शुरू होंगे।
रेलवे स्टेशन का डवलपमेंट भी चल रहा। गोमती नगर स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम हो रहा। हमारी कल्पना को पूरा करने के लिए पैसे का संकट नहीं है। चारबाग स्टेशन के लिए बहुत सारी चीजें करने की योजना है। प्रदेश की जनता संतुष्ट है, अगर संतुष्ट नहीं होती तो इतना भारी जनाधार नहीं मिलता।अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता बढ़ी है। पहले भारत यदि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत अपनी बात को रखता था तो उतना गंभीरता से नहीं लिया जाता था, आज भारत की बातों को गंभीरतापूर्वक सुना जाता है।भारत की साख दुनिया में बढ़ी है।
दुनिया के किसी भी देश की ताकत का मूल्यांकन सीमाओं की रक्षा करने की क्षमता और अर्थव्यवस्था पर आधारित होती है।हमारी अर्थव्यवस्था का आकार उतना बड़ा नहीं है, पर हमारा स्वप्न है कि आगामी दस वर्षों में हमारा भारत ईकोनोमी में टाप तीन देशों में शामिल हो जाए।कोरोना और यूक्रेन युद्ध के बावजूद जीडीपी ग्रोथ रेट में भारत आगे बढ़ रहा। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने भी हमारी प्रशंसा की है।अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ाने के लिए ट्रेड अग्रीमेंट की दिशा में भी प्रयास हो रहे। रक्षामंत्री ने आगे कहा कि जनधन योजना को भी विश्व में सराहा गया।यह करिश्मा है कि गांव के कोने कोने तक के व्यक्ति को फार्मूल बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा है।आज हम कोई सुविधा पहुंचाना चाहते हैं तो सीधे खाते में पहुंचता है।लीकेज की संभावना खत्म हुई है।
ऐसे लगेगा भ्रस्टाचार पर अंकुशः रक्षामंत्री ने कहा कि केवल संस्कारित करके नहीं, व्यवस्था में परिवर्तन लाकर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा सकते हैं।अब सब डिजिटल हुआ है, जिससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगा है। भारत ने अपनी ताकत का संदेश पूरे विश्व को दिया है। उन्होंने कहा कि परिणामों की चिंता नहीं करेगा, स्वाभिमान से समझौता नहीं करेगा, ये है आज का भारत।प्राइवेट इंडस्ट्री को खड़ा करने की भी व्यवस्था हमने की है।