पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया के रडार पर है. फ्रांस, अमेरिका, अफगानिस्तान के साथ कई देशों में पाकिस्तान को आतंकवाद पर एक्शन लेने को कहा है. ईरान के राष्ट्रपति डॉ. हसन रूहानी ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से उनके क्षेत्र में आतंकी समूहों पर लगाम लगाने के लिए कहा है. ईरान ने पाकिस्तान से दो टूक कहा कि अगर उसकी जमीन से आतंकी गतिविधियां नहीं रोकी गई, तो पाकिस्तान-ईरान के संबंध कमजोर हो सकते हैं.
फोन पर बात करते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से कहा है कि हम आतंकवादियों द्वारा कई आतंकवादी हमलों को देख रहे हैं, जो दुर्भाग्य से पाकिस्तानी धरती पर स्थित हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवादी किसी के हित के लिए काम नहीं करते हैं. ऐसे में आतंकवादियों से निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार और सेना कठोर से कठोर कदम उठाए.
रूहानी ने कहा पाक पीएम से कहा कि आंतकियों से निपटने के लिए ईरान हर सहयोग के लिए पाकिस्तान के साथ है. ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इमरान खान से कहा कि हम इन आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा कड़ी कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
ईरान पर भी कुछ ही दिनों पहले पुलवामा की तरह ही एक अटैक हुआ था. यहां पर इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉप्स (आईआरजीसी) की एक बस पर हमला किया गया था, जिसमें 27 जवानों की मौत हो गई थी. इस हमले में 13 जवान घायल हुए थे. यह ठीक वैसा ही आत्मघाती हमला था जैसे जैश ने पुलवामा में करवाया था. हमले के बाद दो पाकिस्तानी नागरिकों को इसके लिए जिम्मेदार माना गया था. ईरान पाकिस्तान बॉर्डर पर हुए इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी जैश-उल-अदल ने ली थी.
ईरानी नेता ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तानी धरती से इन आतंकवादियों की गतिविधियों को जारी रखने से दोनों देशों के बीच संबंध कमजोर हो सकते हैं. ईरानी रिपोट्स के मुताबिक, पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आतंकवादियों को खत्म करने की पूरी कोशिश करेंगे.