भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 हो हटाए जाने के फैसले से पाकिस्तान के नेताओं में भारी बौखलाहट है। पाकिस्तानी फौज के साथ साथ अब पड़ोसी देश के शीर्ष हुक्मरान भी सरेआम युद्ध और खूनखराबे की बात करने लगे हैं। अब पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने गीदड़भभकी दी है कि यदि भारत ने युद्ध किया तो खुद को बचाने के लिए हमारे पास जेहाद और मुकाबला करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। उन्होंने धमकी दी कि यह युद्ध केवल दो देशों तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसका प्रभाव पूरी दुनिया महसूस करेगी।
राष्ट्रपति अल्वी पाकिस्तान के 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ध्वजारोहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे। उन्होंने कहा कि हम जंग नहीं चाहते हैं, लेकिन भारत यदि युद्ध करता है तो हमारे पास जेहाद और मुकाबला करने के अलावा कोई रास्ता नहीं होगा। उन्होंने ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा है। भारत की एकतरफा कार्रवाई के बाद हमने द्विपक्षीय व्यापार खत्म कर दिया है। हमने फैसला किया है कि हम कश्मीर के मसले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाएंगे।
कश्मीर में सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए चर्चित पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति में बदलाव करके शिमला समझौते का उल्लंघन किया है। देश के युवाओं को पाकिस्तान के नेताओं की कुर्बानियों को नहीं भूलना चाहिए। इसके अल्वी ने पाकिस्तानियों से अपील की कि वो भारत के खिलाफ पोपेगेंडा फैलाने में सोशल मीडिया के इस्तेमाल में कोई कोताही न बरतें।इमरान खान सरकार के रेल मंत्री शेख रशीद ने एटमी हमले की धमकी देते हुए कहा कि उनके देश ने परमाणु हथियार ईद या शब-ए-बरात के लिए नहीं रखे हैं।
भारत की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 खत्म किए जाने से बेचैन पाकिस्तान सरकार को दुनिया का समर्थन नहीं मिल रहा है। चीन और अमेरिका ने कोई बड़ा बयान नहीं जारी करते हुए दोनों देशों को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बरकरार रखने की नसीहत दी है। रूस के विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों को तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक पहल करने को कहा है। जबकि यूरोपियन यूनियन ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान को तनाव कम करने के लिए बातचीत के लिए आगे आना चाहिए।