देश में अनक्लेम्ड डिपॉजिट FY23 में FY22 की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़ चुका है। इस बात की जानकारी खुद संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने दी है।
सरकार ने हाल ही बताया कि बैंकों के पास कुल अनक्लेम्ड डिपॉजिट 42,270 करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के आंकड़ों से 28 प्रतिशत अधिक है। 42,270 करोड़ रुपये में से 36,185 करोड़ रुपये सरकारी बैंक में और 6,087 करोड़ रुपये प्राइवेट बैंक में है।
क्या होता है अनक्लेम्ड डिपॉजिट?
एक कोई सेविंग या करेंट अकाउंट पिछले 10 साल से संचालित नहीं हुआ हो या फिर किसी एफडी को उसके मैच्योरिटी डेट के बाद से 10 साल का समय हो गया है और कोई क्लेम करने वाला नहीं आया तो ऐसी संपत्ति को अनक्लेम्ड डिपॉजिट कहते हैं।
आरबीआई का उदगम पोर्टल करेगा मदद
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का उदगम पोर्टल अनक्लेम्ड डिपॉजिट से संबंधित जानकारी देखने में आपकी मदद करता है। उदगम वेबसाइट को रिजर्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड (ReBIT), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएँ (IFTAS), और सहयोगी संस्थानों के सहयोग से बनाया गया है।
आपको बता दें कि आरबीआई की उदगम वेबसाइट पर अभी तक 30 बैंकों ने अनक्लेम्ड डिपॉजिट की जानकारी दी है।