पिछले हफ्ते मून जे-इन ने दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति पद संभालते हुए उत्तर कोरिया से बातचीत के जरिए मसला सुलझाने का आह्वान किया था।
सियोल। तमाम अंतरराष्ट्रीय दबावों व प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। उसने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। जबकि पिछले हफ्ते मून जे-इन ने दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति पद संभालते हुए उत्तर कोरिया से बातचीत के जरिए मसला सुलझाने का आह्वान किया था। मगर उसने रविवार सुबह एक और बैलिस्टक मिसाइल का परीक्षण कर अपना रुख जाहिर कर दिया।

न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, दक्षिण कोरियाई सेना ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि यह मिसाइल उत्तर कोरिया के पश्चिमोत्तर शहर कुसोंग के नजदीक स्थानीय समयानुसार सुबह 5.30 बजे छोड़ी गई और समुद्र में करीब 700 किलोमीटर दूर जाकर गिरी। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह परीक्षण कितना सफल रहा। वहीं यह किस तरह की मिसाइल थी, इसको लेकर पता लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने इस साल कई मिसाइल परीक्षण किए हैं। जबकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों के तहत बैलिस्टक मिसाइल को विकसित करना या परीक्षण करना प्रतिबंध है। हालांकि पिछले महीने किए गए दो मिसाइल परीक्षण नाकाम रहे थे और लॉन्च के कुछ ही देर बाद इनमें विस्फोट हो गया था। इस बीच, आपको बता दें कि दक्षिण कोरिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मून जे-इन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए अपनी सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है।
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