राजयोग जैसे कि नाम से ही साफ होता है। राजयोग का मतलब जीवन में मिलने वाली तमाम तरह की सुख-सुविधाएं, मान- सम्मान, पद-प्रतिष्ठा और ऐशो आराम। राजयोग का सुख बहुत कम लोगों की ही प्राप्त हो पाता है। जिनके भाग्य में राजयोग का सुख होता है वह राजा की तरह अपना जीवन जीते हैं। किसी व्यक्ति के जीवन में राजयोग का सुख है या नहीं इस बात की जानकारी हस्तरेखा शास्त्र के माध्यम से मिल सकती है।

जिस किसी व्यक्ति का माथा चौड़ा और उभरा हुआ होता है वह राजयोग का सुख प्राप्त करता है।
लंबी भुजाएं, सुंदर आंखें और गोल सिर वाले व्यक्ति भी राजयोग जैसा सुख-सुविधा मिलती है।
जिस व्यक्ति के हाथ में धनुष, चक्र, कमल, ध्वजा, रथ,और चतुष्कोण जैसा निशान बना होता है। उनको महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर मछली,हाथी और छाते जैसे निशान बना हुआ हो उन्हें यश की प्राप्ति होती है।
शनि पर्वत पर त्रिशूल का निशान हो और भाग्य रेखा हथेली के बीच से शुरू होकर उसकी एक शाखा गुरु पर्वत या सूर्य पर्वत पर जाए तो वह व्यक्ति राजसुख का आनन्द उठता है।