घर के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले हिस्सों में से एक हमारा किचन भी है. किचन की बनावट से लेकर किचन आइलैंड बनाते समय अक्सर छोटी-छोटी ग़लतियों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, जो बाद में मुश्किल पैदा कर देती हैं.
किचन बनाते वक़्त और उसका उपयोग करते समय हम कई तरह की ग़लतियां करते हैं. बहुत बार लोग शौक़-शौक़ में डिज़ाइनर और मॉड्यूलर किचन बनवा तो लेते हैं, लेकिन उनका सही तरीक़े से इस्तेमाल कर पाना बाद में मुश्किल होता है. इसलिए किचन बनाते और उपयोग करते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है.
गैस के आसपास कोई भी चीज न रखें
काउंटर टॉप पर गैस के अतिरिक्त कोई भी सामान न रखें. मॉड्यूलर किचन को हमेशा ही इस बात को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया जाता हैं कि वहां गैस के अलावा कुछ न रखा जाए और बाकी की जगह खाली रहे. यदि किचन छोटा है तो काउंटर टॉप पर गैस के आसपास कम से कम 1 फीट में कोई भी चीज़ न रखें.
किचन में स्टोरेज का भी ध्यान रखें
किचन में पानी को बाल्टी या बड़े बर्तन में ढककर रखने की जगह, हमेशा ऐसे बर्तन का उपयोग करें जिसमें नल लगा हो. बारिश के मौसम में छोटे-छोटे कीड़े अक्सर किचन में दिखते हैं, जो खाने-पीने के साथ ही बाहर रखे बर्तन आदि पर भी बैठते हैं. जिस वजह से बीमारियां बढ़ने का ख़तरा बना रहता है
किचन में नमी से रखें दूरी
किचन में सिंक फिट करवाते समय गैस से कम से कम 3-4 फीट की दूरी रखें. कई बार सहूलियत के लिए काउंटर टॉप के पास ही सिंक लगा लेते हैं. अक्सर बच्चे आकर जूठी प्लेट, कटोरी आदि रखकर नल चला देते हैं, जिससे पास में बन रहे खाने पर उसके छींटे आदि चले जाते हैं. ऐसा उन किचन में ज्यादा देखा जाता है जिनमें जगह की कमी होती है. इसलिए किचन कम से कम दस-दस फीट या नौ-नौ फुट का होना चाहिए. यदि किचन में दो प्लेटफॉर्म हैं तो गैस वाले प्लेटफॉर्म पर सिंक न लगाएं, बल्कि दूसरे पर लगवाएं.
रंगों का सही सिलेक्शन
किचन बनाते समय बहुत ही हल्के रंगों का सिलेक्शन न करें. हल्के रंग शुरू में तो अच्छे लगते हैं लेकिन कुछ समय बाद फीके पड़ जाते हैं. ख़ासतौर से काउंटर टॉप फ्लोर और वॉल टाइल्स. अधिकतर लोग किचन बनाते समय सफेद, क्रीम जैसे रंग चुनते हैं जो दिखने में तो बहुत खूबसूरत लगते हैं, लेकिन कुछ समय बाद इनकी चमक फीकी पड़ जाती है. इसलिए हमेशा थोड़े गहरे रंगों का चुनाव करें और प्रतिदिन इनकी सफाई भी करें.