सुबह जल्दी उठने से हमारी दिनचर्या बहुत अच्छी रहती है ये बात हमारे शास्त्रों में भी कही गयी है। ऐसे ही हॉलीवुड स्टार और दो बार ऑस्कर पुरस्कारों के लिए नॉमिनेट किए गए मार्क वॉलबर्ग ने पिछले हफ्ते खुलासा किया कि वे रात के ढाई बजे जग जाते हैं।
डिज्नी के बॉस बॉब आइगर सुबह 4 बजकर 25 मिनट पर वर्कआउट शुरू कर देते हैं। अमरीका में एनबीए के खिलाड़ी भी सुबह बहुत जल्दी जिम में पहुंच जाते हैं। कॉरपोरेट जगत के कामयाब लोगों के प्रोफाइल में एक बात आम दिखती है कि अगर आप सफल होना चाहते हैं तो जल्दी उठिए।
इंसान के सोने और जगने का समय उनके शरीर की आंतरिक घड़ी से नियंत्रित होता है। शरीर खुद सिग्नल देता है कि कब सोना है और कब जगना है। कई लोग तय समय पर जगने और तय समय पर सोने के इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि अलग टाइम जोन में जाने पर उनका शरीर बुरी तरह जेटलैग का शिकार हो जाता है।
बुढ़ापे में इंसान फिर से जल्दी जगने और जल्दी सोने लगता है। बार्न्स मानते हैं मार्क वॉलबर्ग की तरह रात के ढाई बजे जगने वाले व्यक्ति विरले होते हैं। “मनोवैज्ञानिक और व्यावहारिक रूप से आप सबसे अच्छा तब महसूस करते हैं, जब अपने शरीर की आंतरिक घड़ी के अनुसार सोते और जगते हैं।” जो लोग शरीर की आंतरिक घड़ी को नजरअंदाज करके अपने के साथ ज्यादती करते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने को प्रेरित करते हैं, वे किसी और लक्ष्य से प्रेरित होते हैं।
यदि आप अधिक काम करने के लिए सुबह जल्दी उठ रहे हैं तो अपने काम का मूल्यांकन कीजिए। जल्दी उठना बहुत जरुरी है लेकिन उससे भी जरुरी है कि आप 7 घंटे की नींद लें इसके लिए जरुरी है कि आप जल्दी सो जायें। क्योंकि सही नींद लेना हमारे सेहत के लिए जरुरी है।