समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को चुनावी जनसभा में नोटबंदी और बिजली के मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश की. साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी हमले किए.
देवरिया में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि रुपया काला सफेद नहीं, लेनदेन काला सफेद होता है. जनता दुख देने वालों से हिसाब लेना जानती है. नोटबंदी से लोगों को बहुत परेशानी हुई. उन्होंने जनता को लाइन में लगा दिया, अब जनता लाइन में लगकर जवाब देगी. हमने लैपटॉप, कन्या विद्याधन बांटकर दिखाया. गरीबों को लोहिया आवास देंगे. गरीबों को समाजवादी पेंशन देंगे. आने वाले समय में 1000 रुपए पेंशन देंगे.
अखिलेश ने कहा कि सपा ने बिजली की व्यवस्था सुधारी. अब हम गांवों-शहरों में 24-24 घंटे बिजली देंगे. 108, 102 एम्बुलेंस से गरीबों की मदद की. गंभीर बीमारियों का इलाज सरकार कराएगी.
उन्होंने पूछा कि बसपा-भाजपा वालों ने क्या कोई एम्बुलेंस चलाई. पीएम मोदी को पता नहीं पुलिस 100 नम्बर से चलती है. 100 नम्बर किसी भी समय मिलाकर देख लेना.
उन्होंने कहा कि हम किसानों की पूरी मदद करने का काम करेंगे. एक्सप्रेस वे को समय के अंदर बनाकर दिखाया.
मायावती पर हमला करते हुए कहा सीएम अखिलेश ने कहा कि हाथी वाली पार्टी भी अब विकास की बात कर रही है. अब बोल रहे हैं कि मूर्तियां और स्मारक नहीं बनवाएंगे. क्या कोई इन लोगों पर भरोसा कर सकता है.
सपा और कांग्रेस गठबंधन पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि इस गठबंधन से कई लोगों को परेशानी है. भाजपा वालों बताओं कि क्या आपका कोई युवा नेता है.
उन्होंने जनता से अपील की कि भाजपा वालों और बाबाओं से सावधान रहना. बाबा बिजली के तार पर कपड़े नहीं डालना. उन्होने कहा कि अगर बिजली नहीं आ रही तो तार पकड़कर दिखाओ. भाजपा वाले लड़ाई हार चुके हैं. उन्हें हार का पता चल गया है.