दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हिंसा के बाद छात्रों का आजादी के नारे लगाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रदर्शनों के चलते पूरी दुनिया में भारत की छवि खराब हो रही है।
योगगुरु ने कहा कि ये आजादी वाले नारे जिन्ना वाली आजादी के नारे हैं, जो देश के साथ गद्दारी है। उन्होंने कहा कि छात्रों को हिंसक प्रदर्शनों से दूर रहना चाहिए और प्रदर्शन और आंदोलनों का काम राजनेताओं पर छोड़ देना चाहिए।
रामदेव ने कहा कि हर समय आंदोलन करना छात्रों का काम नहीं है। उन्हें इस प्रकार के आंदोलनों से खुद को दूर रखना चाहिए और अपने भविष्य को संवारने के लिए काम करना चाहिए। योग गुरु ने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ी समस्या महंगाई, बेरोजगारी है जिसको कम करने के लिए हमें मिलकर काम करना चाहिए।
रामदेव ने आगे बोलते हुए कहा कि विपक्ष को विरोध करना चाहिए, लेकिन उसे थोड़ा संयम बरतना चाहिए। साथ ही उन्हें देशहित का भी ख्याल रखना होगा। योगगुरु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी को 2024 तक मौका देना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि 2024 तक उन्हें कोई हटा भी नहीं सकता है।