चार प्रमुख ट्रेनें चंडीगढ़-साहनेवाल मार्ग पर दबाव से अंबाला कैंट स्टेशन तक आवागमन करेंगी।
किसान आंदोलन के 25 वें दिन शनिवार को 139 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। रेलवे ने 72 ट्रेनों को रद्द कर दिया, वहीं 62 ट्रेनों को बदले मार्ग व 15 को बीच रास्ते रोककर फिर संचालित किया गया।
वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए अब करीब 80 मालगाड़ियों का संचालन धूरी-जाखल के रास्ते किया जा रहा है, जिससे चंडीगढ़-साहनेवाल रेल सेक्शन पर दबाव के चलते घंटों देरी से चल रही वंदे भारत सहित अन्य मेल व एक्सप्रेस को भी निर्धारित समय अनुसार संचालित किया जा सके। लगभग 20 ऐसी मालगाड़ियों को ही इस सेक्शन पर चलाया जा रहा है, जो कोयला व गेहूं आदि लेकर आवागमन कर रही हैं ताकि थर्मल प्लांट प्रभावित न हो।
जो यात्री अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से अपना आगामी सफर करते थे, उन्हें अब ट्रेन पकड़ने के लिए लुधियाना या फिर किसी दूसरे स्टेशन पर जाने की जरुरत नहीं होगी। इस दौरान अमृतसर, ऊना हिमाचल, नंगलडैम व सरहिंद से सवार होने वाले यात्रियों को अंबाला कैंट आना पड़ सकता है।
रेलवे ने ट्रेन नंबर 15211 व 12 दरभंगा-अमृतसर-दरभंगा जनसाधारण एक्सप्रेस को अंबाला कैंट स्टेशन पर रद्द करके पुन: संचालित करने का फैसला किया है। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 04501 02 हरिद्वार-ऊना हिमाचल-हरिद्वार, 12326 नंगलडैम-कोलकाता और ट्रेन नंबर 05565 व 66 सहरसा-सरहिंद-सहरसा का संचालन भी अंबाला कैंट स्टेशन तक ही किया जाएगा। यह प्रक्रिया तुरंत प्रभाव से आरंभ कर दी गई है।
बीच रास्ते खड़ी ट्रेनों की मिलेगी जानकारी
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर घंटों प्रतीक्षा में बैठे यात्रियों के लिए राहत की खबर है। रेलवे ने देरी से चलने वाली ट्रेनों की जानकारी देने के विशेष निर्देश दिए हैं। इस दौरान ऐसी ट्रेनों की जानकारी भी दी जाएगी जोकि एकल रेल सेक्शन चंडीगढ़-साहनेवाल के बीच घंटों खड़ी रहती हैं, बेशक इसके समय पर आने की जानकारी न भी हो, इससे यात्रियों को यह उम्मीद बंधेगी कि उनकी ट्रेन स्टेशन पर जरूर आएगी और वो घंटों की देरी से ही सही अपना आगामी सफर कर सकेंगे।
रेलकर्मी नहीं करेंगे दुर्व्यवहार, रखेंगे आत्मसंयम
गर्मी के मौसम मं घंटों स्टेशन पर बैठकर ट्रेनों का इंतजार करना यात्रियों के लिए बड़ी समस्या है, ऐसे में वो अपना आपा भी खो रहे हैं और गुस्से में आकर रेलवे कर्मचारी सहित अन्य से भी दुर्व्यवहार कर देते हैं। उनकी इस परेशानी को देखते हुए विभागीय अधिकारियों ने पूछताछ केंद्र पर तैनात कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए हैं कि यात्रियों की मनोस्थिति को देखते हुए वो किसी से दुर्व्यवहार नहीं करेंगे, बल्कि आत्मसंयम रखते हुए वो यात्री को समझा-बुझाकर शांत करेंगे। इसके लिए स्टेशन अधीक्षक को निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
बैठक में सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें मंडल के उच्चाधिकारी, स्टेशन पर तैनात अधिकारी व ट्रेन संचालन व रखरखाव में जुटे विभागीय प्रभारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान देरी से चल रही ट्रेनों के संबंध में भी मंत्रणा की गई कि उन्हें किस प्रकार दोबारा से निर्धारित समय पर लाया जा सकता है। वहीं सभी विभागीय प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि इस समय वो ट्रेन संचालन को लेकर पूरी तरह से सतर्कता बरतें। कहीं भी कोई भी खामी की जानकारी मिलती है तो बिना विलंब किए उस समस्या का समाधान करवाएं।
मौजूदा समय में दो ही मार्ग हैं जोकि पंजाब व जम्मू की तरफ जा रहे हैं और दोनों पर ही ट्रेनों का अतिरिक्त दबाव है। रेल पटरी भी एक निर्धारित भार तक ही सीमित होती है। ऐसे में कोई दुर्घटना न हो, इसे लेकर विभागीय कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वो किसी प्रकार की कोई भी लापरवाही न बरतें। पिछले दिनों अर्चना एक्सप्रेस में हुई घटना के बाद विशेष चौकसी बढ़ा दी गई है। – नवीन कुमार, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला मंडल।