हमास के खात्मे के लिए इजरायल लगातार अपने हमले तेज कर रहा है। गाजा पर हो रहे हमले को देखते हुए कई मुस्लिम देश आतंकवादी समूह हमास के समर्थन में आए हैं। इस बीच पाकिस्तान भी हमास के साथ खड़ा दिख रहा है।
पाकिस्तान की जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) पार्टी के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने बीते दिन कतर में हमास के मुखिया से मुलाकात कर, साथ देने की बात कही है।
हमास चीफ से मिले पाक नेता
जेयूआई-एफ पार्टी के नेताओं ने हमास नेताओं से मुलाकात के बाद अपने समर्थन की पुष्टि की और कहा कि यह मुस्लिम दुनिया का कर्तव्य है कि वह इजरायल के अन्याय के खिलाफ एकजुट हों। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जेयूआई-एफ ने कहा कि मौलाना ने कतर में हमास नेताओं, समूह के पूर्व प्रमुख खालिद मेशाल और इसके चीफ इस्माइल हनियेह से मुलाकात की।
इसमें कहा गया कि पार्टी नेताओं ने फलस्तीन पर हो रहे हमलों का विरोध करते हुए इजरायल के खिलाफ एकजुट होने की बात कही है।
इजरायल का साथ देने वालों पर बरसे
मौलाना ने कहा कि इजराइल उत्पीड़न के जरिए फलस्तीन में यथास्थिति को बदलने का प्रयास कर रहा है। इसी के साथ अल-अक्सा मस्जिद की स्थिति को बदलने की भी कोशिश हो रही है। पाक नेता ने कहा कि जो लोग विकसित देशों के पैरोकारी करते है, उनके हाथ निर्दोष महिलाओं और बच्चों के खून से रंगे हुए हैं।
अल-अक्सा की आजादी के लिए लड़ रहे फलस्तीनी
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना ने सभी मुस्लिम लोगों और दोशों को फलस्तीन का साथ देते हुए कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात कही। पाक नेता ने कहा कि फलस्तीनी न केवल अपनी जमीन के लिए लड़ रहे हैं, बल्कि मुस्लिम उम्माह के कर्तव्य को पूरा करते हुए अल-अक्सा की आजादी के लिए भी लड़ाई लड़ रहे हैं।