उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. इसकी एक बानगी लखीमपुर खीरी में देखने को मिली. बजरंग दल के कार्यकर्ता संदीप अवस्थी को कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी. वह हरदोई से लखीमपुर आ रहे थे. संदीप अवस्थी की हालत गंभीर है, उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया है. इससे पहले कानपुर में लैब असिस्टेंट की हत्या कर दी गई थी.
लखीमपुर खीरी के काशीनगर मोहल्ले में रहने वाले संदीप अवस्थी गुरुवार रात को हरदोई से लखीमपुर आ रहे थे. वह अभी कस्ता पहुंचे थे, तभी कार सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी.
गोली उनके पीठ पर लगी और वह घायल हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने संदीप को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, फिर उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया.
वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए. पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है. इसके साथ ही संदीप अवस्थी के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि पता चल सके कि कहीं मामला आपसी रंजिश का तो नहीं है.
इससे पहले कानपुर में अपहरण के बाद एक लैब असिस्टेंट संजीत यादव की हत्या का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी दिख रही है.
दरअसल, परिवारवालों के मुताबिक 22 जून से अगवा हुए लैब असिस्टेंट के केस में पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को 30 लाख की फिरौती भी दिलवा दी, लेकिन फिर भी युवक को जिंदा नहीं छुड़ा पाए.
पुलिस ने कुछ युवकों को पकड़ा तो लैब असिस्टेंट की हत्या की कहानी सामने आई. हत्या की खबर सुनते ही युवक के परिवार में चीख पुकार मच गया और परिजन पुलिस पर आग बबूला हो गए.
पूरा परिवार अब पुलिसवालों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है. जांच में सामने आया है कि युवक के दोस्त ने ही अपहरण की साजिश रची थी.
इस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है. घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता.
विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या. पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या कर दी गई.