नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट की. सोनिया गांधी अभी अपने मेडिकल उपचार के बाद अमेरिका से लौटी हैं. उनके दिल्ली स्थित आवास पर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई. जदयू ने इसे काफी समय से लंबित शिष्टाचार भेंट बताया, लेकिन सूत्र इस मुलाकात को जदयू मुखिया की बीजेपी के खिलाफ 2019 के आम चुनावों में ‘महागठबंधन’ के प्रयासों की कड़ी के रूप में देख रहे हैं.
स्मरण रहे कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू, राजद और कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन बनाकर बीजेपी को शिकस्त दी थी. अब राष्ट्रीय स्तर पर ‘महागठबंधन’ की इस तरह की सुगबुगाहट दलों के भीतर उठने लगी है. यह मुलाक़ात उसी का हिस्सा हो सकती है. वैसे भी नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों के महागठबंधन के लिए आह्वान करते रहे हैं. फिलहाल आत्म मंथन के दौर से गुजर रही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नीतीश कुमार ने सलाह देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी पर प्रतिक्रिया देने के बजाय हम लोगों को अपना एजेंडा खुद तय करना चाहिए.
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बता दें कि इस मुलाकात को जुलाई में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनावों के लिहाज से भी जोड़कर देखा जा रहा है. इस संबंध में जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि दोनों नेताओं ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की तरफ से साझा प्रत्याशी की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श किया. सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी की नेता होने के कारण सोनिया गांधी को इस मसले पर नेतृत्व करना चाहिए. त्यागी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने वाम दलों से भी इस मामले में चर्चा की है और उनको सकारात्मक संकेत मिले हैं.
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