अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड पर फिल्म इंडस्ट्री स्तब्ध है. किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि इतने ऊर्जावान कलाकार ने खुदकुशी कर ली है. मुंबई से लेकर दिल्ली और देश विदेश में फैले सुशांत सिंह राजूपत के प्रशंसकों के लिए रविवार दोपहर आई ये खबर वज्रपात सी साबित हुई है.
इस घटना के तुरंत बाद एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त मनोज चंडिला से बात की. उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उन्हें इस खबर पर विश्वास ही नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस वक्त वे क्या बोलें ये समझ में नहीं आ रहा है.
उन्होंने कहा कि सुशांत खुशमिजाज लड़का था, हम जोक शेयर करते थे, खाना बांट करते थे. हम पार्टियां करते थे. वो जिस तरह का व्यक्ति था मुझे लगता नहीं है कि वो इस तरह का कदम उठा सकता है.
मनोज चंडिला ने कहा कि एक शख्स बाहर की दुनिया के लिए क्या है, अंदर क्या रखता है, ये बताना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि आपको अपने दिल की बात कहने वाला कोई चाहिए, मुंबइया भाषा में कहते हैं जिससे आप बिंदास बात कर सकें.
उन्होंने कहा कि जब आप खुद अपने लिए दर्द बन जाएं तो दिक्कत होती है. उन्होंने कहा कि वो मेरे करीबी दोस्तों में था और मुझसे सभी चीजें शेयर करता था.
मनोज चंडिला ने कहा कि आज की घटना को मैं सुशांत सिंह जैसे इंसान से जोड़ ही नहीं पा रहा हूं. साथ में हमने पार्टियां की हैं. मनोज चंडिला के मुताबिक वो और महेश नाम के शख्स सुशांत के जिगरी दोस्त में से थे. सुंशात इनके साथ अपनी सभी बातें शेयर करते थे.
टीवी एक्टर गौरव चोपड़ा ने कहा कि अभी सुशांत सिंह राजपूत से कई उम्मीदें थी, अभी उनके करियर का सफर परवान चढ़ना था. गौरव चोपड़ा ने कहा कि खुश रहने के चक्कर में जो दिखावा करना पड़ता है ये बेहद नुकसानदेह है.
एक बार इस चक्कर में फंसने के बाद इससे निकलना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा कि हमें अपने करीबियों का, नजदीकी लोगों का खयाल रखना चाहिए.
अभिनेत्री स्वीटी वालिया ने बात करते हुए कहा कि 34 साल की उम्र भी कोई जाने की उम्र होती है. उन्होंने कहा कि वे बेहद हंसमुख इंसान थे. इतनी कामयाबी के बाद कोई खुदकुशी क्यों करेगा ये समझ से परे है. स्वीटी वालिया ने भी एक बार कहा कि लोग एक दूसरे से मिलें, अपने लोगों का खयाल करें.
क्रिकेटर एम एस धोनी के करियर पर बनी फिल्म के निर्माता अरुण पांडे ने कहा कि वे हमेशा कुछ नया करना चाहते थे, धोनी के कैरेक्टर के साथ इंसाफ करना आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने 18 घंटे तक मेहनत की थी. मुझे इस पर यकीन ही नहीं हो रहा है.