दुनिया भर के समुद्रों में कम हो रही ऑक्सीजन की मात्रा से मछलियों की कई प्रजातियों और अन्य जलीय जीवों के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है।
ऐसा धरती का तापमान बढ़ने से पर्यावरण में हो रहे बदलाव और पोषक पदार्थो के प्रदूषित होने के कारण हो रहा है। इस रिपोर्ट में यह चिंता जाहिर की गई है कि अगर ग्लोबल वार्मिंग की यही स्थिति रही तो समुद्र में जलीय जीवन संकट में पड़ सकता है।
आइयूसीएन ने यह रिपोर्ट पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित सम्मेलन में पेश की है। सम्मेलन में करीब 200 देश हिस्सा ले रहे हैं।
आइयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर) के कार्यकारी महानिदेशक ग्रेथेल गुइलार ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट समुद्री की परिस्थितिकी को नष्ट-भ्रष्ट कर देगी।
इसका तटवर्ती मानव आबादी पर भी असर होगा। इसलिए धरती का तापमान नियंत्रित करने और समुद्र में प्रदूषित पदार्थो को खपाने के सिलसिले में तत्काल कार्य शुरू किए जाने की जरूरत है।