वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई एकता की मिसाल कायम करती है. पाकिस्तान में सिख दुकानदारों ने मुस्लिम लोगों को रियायत देने की घोषणा की है. मुस्लिम के सबसे बड़े त्योहार रमजान के पवित्र माह में पाकिस्तान ने सिख दुकानदारों ने निर्णय लिया है कि वह सामान खरीदने आने वाले लोगों को रियायत देंगे.
सिख दुकानदारों का कहना है कि यह रियायत केवल उन लोगों को दी जाएगी जिन्होंने रोजा रखा होगा. सिख दुकानदार ने कहा है कि रोजादारों को उत्पाद खरीदने पर छूट देने का निर्णय इसलिए रखा गया है, ताकि उन्हें इफ्तार के वक़्त किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े. एक व्यक्ति ने बताया है कि, उनकी दुकान खैबर पख्तूनख्वा के तहसील जमरुद में है, जहां वह सरकार की मूल्य नियंत्रण समिति द्वारा निर्धारित की गई कीमतों से कम कीमत पर सभी जरुरी वस्तुए बेचते हैं। 10 रुपये से 30 रुपये तक की रियायत दे रहे हैं.
एक दुकानदार ने बताया कि वह किसी दान या पुण्य के लिए नहीं बल्कि समाज में एक संदेश देने के लिए मुसलमानों को रियायत दे रहे हैं. पेशावर में रहने वाले अधिकतर सिख वे ही हैं, जिनके परिवार पहले फेडरली ट्राइबिस्टर्ड ट्राइबल एरिया (FATA) के विभिन्न हिस्सों में रहते थे किन्तु पेशावर में शिफ्ट हो गए और उनके अनुसार एक बिजनेस शुरू किया.