मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आज अपने गुरु रमाकांच आचरेकर को उनके 84वें जन्मदिन पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज मैंने जो मुकाम हासिल किया है उसके पीछे एक वजह आचरेकर सर हैं। उन्होंने ट्वीट करके अपने गुरु को बधाई दी।
सचिन क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों के कारण भारत ही नहीं, दुनियाभर की बड़ी हस्ती बन चुके हैं। खेल में इतनी ऊंचाई तक पहुंचने में मास्टर ब्लास्टर की मेहनत के साथ कोच रमाकांत आचरेकर के परिश्रम को भी कम करके नहीं आंका जा सकता।
खुद सचिन कई बार कह चुके हैं कि अगर ‘आचरेकर सर’ नहीं होते तो शायद वे इस मुकाम पर नहीं होते। विभिन्न अवसरों पर सचिन ने रमाकांत आचरेकर की कोचिंग के तरीके, उनकी साफगोई और सरल स्वभाव के बारे में विस्तार से बताया है।
आचरेकर सर ने जब करीब 11 साल के सचिन को बल्लेबाजी के लिए बुलाया तो उनका यह शिष्य बेहद नर्वस था और गेंद को ठीक से टाइम नहीं कर पा रहा था। आचरेकर ने तब सचिन के भाई अजित तेंदुलकर से कहा था कि वे कुछ वर्षों के बाद इस बच्चे को कोचिंग के लिए लेकर आएं।
इस पर अजित ने सचिन को एक मौका और देने का आग्रह किया। बहरहाल, सचिन ने दूसरी बार हासिल हुआ यह अवसर अपने हाथ से नहीं जाने दिया और अपने बल्लेबाजी कौशल से आचरेकर को प्रभावित कर लिया।