हरियाणा के गुरुग्राम, बहादुरगढ़, जींद, रोहतक व झज्जर में पिछले कई सालों से ताबड़तोड़ वारदात करने वाला कुख्यात राजेश भारती गिरोह हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। गिरोह हरियाणा पुलिस को खुलेआम चुनौती देते हुए वारदात कर रहा था। राजेश भारती के गिरोह को क्रांति गिरोह के नाम से भी जाना जाता है। कुछ साल पहले ही राजेश ने अपने गिरोह का नाम क्रांति रखा था। इसके पीछे उसका मकसद हरियाणा के लोगों में दहशत फैलाकर डॉन जैसा वर्चस्व कायम करना था। वारदात के बाद बदमाश पीड़ितों को बता देते थे कि वे क्रांति गिरोह के सदस्य हैं। कई बार वारदात के बाद बदमाश क्रांति गिरोह के नाम से मौके पर पर्ची भी छोड़ जाते थे।
पिछले साल नवादा में राजेश गिरोह ने एक शराब माफिया से दो बार 10-10 लाख रुपये की लूट की थी। संजीत विद्रोही, राजेश गिरोह का दाहिना हाथ व मेन शूटर था। पांच साल पहले गुरुग्राम पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया था तो उसने पुलिसकर्मियों को चुनौती देते हुए कहा था कि दोबारा कोई उसे जिंदा नहीं पकड़ पाएगा। लग्जरी कार लूटने के अलावा गिरोह का मुख्य धंधा उगाही का था। रंगदारी नहीं देने पर गिरोह के बदमाश हत्या करने के बाद मृतक के पास पर्ची में यह लिखकर छोड़ जाते थे कि अगला नंबर उसके परिवार के किस सदस्य का है। पैसे नहीं देने पर वह उसकी भी हत्या कर देंगे।
पुलिस की माने तो लोगों में राजेश भारती गिरोह का इतना खौफ था कि गुरुग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, फरीदाबाद, झज्जर, जींद में जिस व्यवसायी के पास उगाही के लिए वह फोन करता था, वह व्यवसायी उसे पैसे देने के लिए तैयार हो जाता था। सेल की माने तो पिछले सात महीने से गुरुग्राम की एसटीएफ व क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया था। दिल्ली के नजफगढ़ व द्वारका में भी इस गिरोह ने कई वारदात को अंजाम दिया था।
दुबई बैठा अंडर वर्ल्ड डॉन मुझसे बात करने को तरसता है
हरियाणा में जो शख्स कुख्यात राजेश भारती गिरोह द्वारा रंगदारी मांगने पर पैसे देने से आनाकानी करता था, राजेश उसे फोन कर धमकाते हुए कहता था कि दिल्ली, हरियाणा में उससे बड़ा बदमाश कोई नहीं है। दुबई में बैठा अंडर वर्ल्ड डॉन छोटा शकील भी उससे बात करने के लिए तरसता है। दिल्ली में बड़े बुकी से भी वह रंगदारी वसूलता था।
एसटीएफ को अब टॉप-16 की तलाश
राजेश भारती एवं संजीत बिंद्रो के मारे जाने के बाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हरियाणा के निशाने पर अब 16 गैंगस्टर रह गए हैं। टॉप-20 में शामिल गैंगस्टरों में से सबसे पहले बलराज भाटी नोएडा इलाके में मारा गया। इसके बाद तीन दिन पहले कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा हैदराबाद से पकड़ा गया। भारती एवं बदरो 30 से अधिक हत्या व लूट सहित कई प्रकार के आपराधिक मामले में शामिल थे। नेहरा के खिलाफ भी 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। कुछ महीने पहले महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की तर्ज पर हरियाणा में भी एसटीएफ का गठन किया गया। दो महीने पहले प्रदेश में सक्रिय टॉप-20 गैंगस्टरों की सूची तैयार की गई है। दिल्ली पुलिस के एनकाउंटर में गैंगस्टर राजेश भारती एवं संजीत के मारे जाने के बाद एसटीएफ की सूची में अब 17 जिंदा बचे हैं। बाकी बचे गैंगस्टरों को पकड़ने के लिए पांच टीमें गठित हैं। इलाके के हिसाब से सूची तैयार है।
हरियाणा के एसटीएफ प्रमुख सौरभ सिंह ने कहा कि गैंगस्टर आज नहीं तो कल एसटीएफ के हत्थे चढ़ेंगे ही। सभी के पीछे टीम लगी हुई है।
मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का प्रोफाइल
राजेश भारती: क्रांति गिरोह का सरगना था। इस पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। हत्या, फिरौती व कार लूट के कई मामले दर्ज हैं इस पर।
संजीत बिंद्रो: इस पर भी दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। यह हरियाणा पुलिस की हिरासत से फरार भी हो चुका है। वर्ष 2017 में द्वारका में गोलीबारी के बाद इसने वहां क्रांति गिरोह का पर्चा फेंका था।
उमेश डॉन: मूल रूप से गुरुग्राम का रहने वाला था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था।
विरेश राणा: दिल्ली के घेवरा का रहने वाला था। इसपर भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
कपिल: मुठभेड़ में घायल बदमाश कपिल जींद का रहने वाला है। इस पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
घायल पुलिसकर्मी
गिरधर (हेड कांस्टेबल)- इनके गले में गोली लगी है। इन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
गुरदीप (कांस्टेबल)- इन्हें दो गोली लगी है। स्थिति सामान्य है।
कृष्ण कुमार (एसआइ)- इनके कंधे में दो गोली लगी है। खतरे से बाहर हैं।
राज सिंह (एसआइ)- इनके बाएं हाथ में गोली लगी है। स्थिति सामान्य है।
विजेंद्र (एसआइ)- इनके दाहिने हाथ में गोली लगी है। स्थिति सामान्य है।
हरिचंद (एएसआइ)- इनके पैर में गोली लगी है। स्थिति खतरे से बाहर है।
अन्य घायल पुलिसकर्मी
जगत सिंह (एएसआइ) और कुलदीप (हेड कांस्टेबल)