दीपावली पर जगमगाता हुआ इतिहास लिखने जा रही अयोध्या नगरी से आज रोशनी टपक रही है। अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां ही इतनी जबरदस्त चल रही हैं कि यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि दिवाली की शाम शहर का नजारा किस कदर अलौकिक होगा। 5.51 लाख दीपों के रोशनी से नया विश्व रिकॉर्ड बनाने को लेकर अयोध्या का उत्साह देखते बन रहा है। यह तस्वीर जो आप देख रहे हैं यह सजावट के दौरान दिवार पर बनाई गई किसी पेंटिंग की तरह लग रही है, लेकिन इसकी सच्चाई जानकर आप भी आश्चर्यचकित कर जाएंगे।
यह तस्वीर किसी पेंटिंग की नहीं है, बल्कि रामनगरी में घाटों पर जलाने के लिए सजाए गए दीपकों की है। इस बार घाट की सजावट बेहद अनूठे और खूबसूरत अंदाज में की गई है। दीपों को साधारण तरीके से कतार बद्ध करने के बजाय उन्हें अलग-अलग चित्रों के डिजाइन में सजाया गया है। हर चित्र में रामायण के दृश्य झलक रहे हैं।
अवध विवि की ओर से 24 घाटों पर गुरुवार को दीपों के पैटर्न मानकों के अनुरूप लगाने का कार्य पूर्ण हो गया है। सभी घाटों पर 6 लाख दीप सजाए गए हैं। विवि की दीप गणना टीम ने दीपों की काउंटिंग की है। दूसरी ओर दीपोत्सव में तैनात वालेंटियर्स को सावधानी से दीप जलाने के लिए घाटों पर प्रशिक्षित किये जाने का रिहर्सल किया गया ।
दीपोत्सव की प्रमुख झलकियों में घाट संख्या दो पर सामाजिक समरसता का परिदृश्य प्रस्तुत करती दीप श्रंखला से महिला सशक्तिकरण पर संदेश प्रस्तुत किया गया। घाट संख्या तीन पर 14 वर्षों बाद लौट रहे भगवान श्रीराम को पुष्पक विमान दीप माला से तैयार किया गया।
घाट संख्या पांच पर पहाड़ लेकर उड़ते हुए हनुमान जी की छवि को उकेरा गया है। घाट संख्या दस पर विश्वविद्यालय की फाइन आर्टस की छात्राओं द्वारा अदभुत कला का प्रदर्शन करते हुए श्री राम दरबार की पेंटिग बनाई है। दीपोत्सव स्थल पर स्वयंसेवकों के द्वारा जगह-जगह कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।
मालूम हो कि राम मंदिर को लेकर आए फैसले के बाद अयोध्या पहली दीपावली मना रहा है। इस बार संपूर्ण अयोध्या की कल्पना साकार होती दिख रही है। दीपोत्सव की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के दरबार में पहला दीप जलाकर करेंगे।
गत वर्ष राम की पैड़ी पर चार लाख 4 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे। इस बार 14 मंदिरों में भी 54 हजार दीप जलाए जाएंगे। दीपोत्सव की भव्यता कैसी होगी, इसकी झलक तो गुरुवार को ही दिख गई थी जब 791 पैराणिक स्थलों समेत घरों-दफ्तरों में जलाए गए लाखों दीपों से शहर रोशनी से नहा उठा था।