पूर्ण चंद्र ग्रहण 28 जुलाई सुबह 1 बजे शुरू हो जाएगा। बता दें कि चांद रात 1:15 बजे पर पृथ्वी की छाया में पूरी तरह से आ जाएगा। ऐसी स्थिति सुबह 2:43 बजे तक बनी रहेगी। इस दौरान चांद पूरी तरह से लाल रंग का हो जाएगा जिसे ब्लड मून के नाम से जाना जाता है।
चंद्र ग्रहण सुबह 4:48 बजे तक लगा रहेगा। लेकिन प्रभाव उतना खूबसूरत नहीं होगा। इसके बाद 9 जून 2123 में इतना लंबा चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा। चंद्रमा और पृथ्वी के अपनी-अपनी धुरी में सबसे दूर होने के कारण यह सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है।
यह है चंद्र ग्रहण :
विज्ञान की भाषा में कहें तो चंद्र ग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते हैं, जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी छाया में आ जाता है। ऐसा तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा लगभग एक सीधी रेखा में आते हैं।
गांवों में दिखेगा साफ :
प्रदूषण के कारण कुछ मेट्रो शहरों में ग्रहण को देख पाना आसान नहीं होगा। लेकिन ग्रामीण इलाकों के लोग इस खगोलीय घटना का भरपूर मजा उठा पाएंगे। हालांकि, बारिश का मौसम होने के कारण संभव है कि चंद्र ग्रहण बादलों में छुपा हुआ नजर आए।
भूलकर भी न करें ये काम :
पूजा-पाठ भूलकर भी न करें
खाना खाने से बचें, क्योंकि इस दौरान ग्रहण किया गया भोजन अशुद्ध हो जाता है
जिन चीजों को फेंका नहीं जा सकता उन खाने पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डाल दें।
गर्भवती स्त्रियां ग्रहण काल में घर से बाहर न निकलें
ग्रहण के समय नकारात्मक किरणें माता और शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं