कानपुरः विधानसभा चुनाव 2017 में जीते या हारे सपा प्रत्याशियों, पूर्व विधायकों को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव (2019) लड़ने का आमंत्रण दिया है। सोमवार को लखनऊ में बुलाए गए इन नेताओं को पार्टी ने लोकसभा का टिकट पाने के लिए आवेदन पत्र भी दिया। टिकट किसे मिलेगा यह तो किसी को पता नहीं लेकिन आवेदन फार्म भरने की फीस 10 हजार रुपये रखी गई है।
विधायकों और प्रत्याशियों को राजधानी बुलाकर बैठक करने का एक मकसद यह भी रहा कि पार्टी से जुड़े जो लोग शहर से बाहर रहते हैं, इस बार के चुनाव में उन्हें भी यहां बुलाना है। ताकि प्रत्याशी को जीत दिलाने में ऐसे लोगों का वोट मिल सके। पार्टी ने सभी से 31 जनवरी तक अपने विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में सभी कार्यकर्ताओं, क्षेत्र की जनता (पार्टी समर्थक) के नाम जुड़वाने को कहा है।
बैठक में पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने सभी (पूर्व प्रत्याशी, पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक) को लोकसभा चुनाव में आवेदन करने पर जोर दिया है। कहा है कि इससे मजबूत व्यक्ति को टिकट देने में आसानी होगी। इस तरह देखा जाए तो कानपुर-बुुंदेलखंड की 52 विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से यदि एक फार्म का 10 हजार रुपया आता है तो पांच लाख से अधिक की राशि पार्टी कोष में जमा हो जाएगी।
बैठक में शामिल होने गए लोगों में विधायक अमिताभ बाजपेई, पूर्व विधायक सतीश निगम, मुनींद्र शुक्ला, पूर्व मंत्री अरुणा कोरी, पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया, कैंट से हसन रूमी, गोविंदनगर योगेंद्र कुशवाहा, किदवई नगर से ओमप्रकाश मिश्र, महाराजपुर से अरुणा तोमर सहित कानपुर देहात सहित दूसरे जनपदों के भी लोग हैं। विधायक इरफान दुबई में होने की वजह से बैठक में नहीं पहुंचे।
प्रत्याशी बनने को अभी कोई तैयार नहीं
लोकसभा 2019 के लिए प्रत्याशी बनने को सपा के वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक फिलहाल तैयार नहीं हैं। अधिकांश लोगों का कहना है कि अभी उन्होंने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की है। जरूरत होगी तो आवेदन पत्र भर दिया जाएगा।
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