पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारत के साथ उनके देश का संबंध ‘एकमात्र समस्या’ बना हुआ है। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद भारत के साथ बेहतर रिश्तों की उम्मीद भी जताई।
खान ने कहा कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता के बिना पाकिस्तान में आर्थिक समृद्धि मुश्किल है। पाकिस्तान सरकार इस दिशा में काम कर रही है। बेल्ट एंड रोड फोरम (बीआरएफ) के दूसरे सम्मेलन में शामिल होने चीन पहुंचे खान ने शुक्रवार को चीन अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संवाद केंद्र में अपने संबोधन में यह बात कही। ‘फिलहाल भारत के साथ हमारा संबंध एक मात्र समस्या है। लेकिन हमें उम्मीद है कि भारत में चुनाव के बाद एक बार फिर हमारे संबंध बेहतर हो जाएंगे।’ चीन के दो दिन के दौरे के दौरान पहली बार इमरान ने भारत के साथ अपने देश के रिश्तों पर अपनी बात रखी। इससे पहले उन्होंने बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के कार्यक्रमों में इस पर कुछ भी नहीं कहा था। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश आतंकी द्वारा आत्मघाती हमला, उसमें 40 जवानों के शहीद होने और इसके बदले में भारत द्वारा बालाकोट में हवाई हमला किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण बने हुए हैं। हालांकि, अब तनाव में थोड़ी नरमी जरूर आई है।
अफगान में स्थिरता की उम्मीद- पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि युद्ध से तबाह हुए अफगानिस्तान में राजनीतिक समाधान निकलेगा और वहां स्थिरता आएगी। सरकारी न्यूज एजेंसी एपीपी के मुताबिक खान ने कहा, ‘अफगानिस्तान में जो कुछ भी होता है उसका असर पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में पड़ता है। इसलिए हम क्षेत्र में शांति स्थापना के लिए काम कर रहे हैं। ईरान के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और हम उसे और मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।’