उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का दूसरा मामला सामने आया है। इंदिरा नगर सेक्टर 16 में महिला डॉक्टर के संपर्क में आए एक परिचित में कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। फिलहाल इस मरीज का केजीएमयू में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 12 हो गई है। लखनऊ में इससे पहले 11 मार्च को कोराना का पहला मामला सामने आया था। कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बताया जा रहा है इस महिला डाक्टर के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की जांच की गई थी। इसके बाद दूसरे संक्रमित व्यक्ति की पहचान हुई है।
8 मार्च को कनाडा से लखनऊ आई थी महिला डॉक्टर
कनाडा के टोरंटो शहर निवासी महिला डॉक्टर अपने पति के साथ 8 मार्च को लखनऊ के गोमती नगर में रिश्तेदारों से मिलने आई थी। बुधवार को महिला को बुखार महसूस हुआ और गले में खराश हुई। इसके साथ-साथ सर्दी-जुकाम भी शुरू हो गया। परिवारीजनों ने कोरोना की आशंका हुई। वह अपने पति के साथ केजीएमयू पहुंची। यहां डॉक्टर डी. हिमांशु की निगरानी में महिला डॉक्टर को भर्ती किया गया।
लार से हुई जांच
लार का नमूना जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया गया। देर रात जांच रिपोर्ट आई जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि मरीज से संबंधित पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। डॉक्टर डी. हिमांशु ने बताया कि पति की जांच कराई गई लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। फिलहाल मरीज व उनके पति को अलग-अलग कमरे में भर्ती रखा गया है।
मुंबई से होते हुए लखनऊ आई थी
पूछताछ में महिला डॉक्टर ने बताया कि कि वह मुंबई होते हुए लखनऊ आई हैं इस दौरान वह कितने लोगों के संपर्क में आई हैं इसकी पूरी जानकारी उन्होंने टीम को दे दी है। अब टीम इस रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों से साझा करेगी ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
लखनऊ में कनाडा से लौटी महिला डाॅक्टर के संपर्क में आए इन्दिरा नगर के एक युवक (20) को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज का भर्ती कर इलाज हो रहा है। प्रदेश में कुल 12 संक्रमित हो चुके हैं।- डॉ रुकुम केश, डीजी, स्वास्थ्य विभाग उप्र
रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाई
कोरोना से बचने के लिए स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बनायी गई है। हेल्प डेस्क पर यात्रियों को सतर्कता के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस अभियान में रेलवे स्टेशन पर आवागमन करने वाले यात्रियों को बातचीत के जरिए जागरूक किया जाएगा और बैनर व पोस्टरों के द्वारा इस महामारी की विषय में यात्रियों को बचाव संबंधी जानकारी दी जाएगी। संदिग्ध व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर रखकर देख-रेख की व्यवस्था होगी।
एयरपोर्ट पर हर आने-जाने वाले की जांच
एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस को लेकर हाईअलर्ट है। यह स्थान सबसे अधिक और कड़ी निगरानी में हैं। कोरोना की दहशत को देखते हुए एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। एयरपोर्ट पर सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। यात्री से लेकर कर्मचारी और क्रू मेंबर तक सभी कोरोना को लेकर अत्याधिक सतर्क हैं। डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को मिलाकर 20 लोगों की एक टीम हमेशा मौजूद रहती है। यहां विशेष तौर पर दो काउंटर बनाए गए हैं। विमान से उतरने वाले हर सख्स का इमिगरेशन से पहले चेकिंग की जा रही है।
ऐशबाग ट्रेनिंग सेंटर में छह बेड तैयार
पूर्वोत्तर रेलवे ऐशबाग स्थित ट्रेनिंग इस्टीटयूट में चिकित्सा कक्ष बनाये गये हैं। इसके अलावा बादशाहनगर चिकित्सालय में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों में लक्षण पाये जाने पर छह बेड का उपलब्ध हैं। ट्रेनों के सभी यात्री डिब्बों के दरवाजों, दरवाजे पर लगे हैण्डिल, सिटकनी एवं ट्रेनों की पेंट्रीकारों को सेनिटाइज किया गया।
बसों में यात्रियों की संख्या कम हुई, कई टिकट रद्द
कोरोना के खौफ से यात्रियों ने रोडवेज बसों से दूरी बना ली है। चारबाग, आलमबाग और कैसरबाग बस अड्डे पर यात्रियों की भीड़ कम हो गई है। 10 प्रतिशत से अधिक टिकट रोजाना रद्द हो रही हैं। लखनऊ के तीन मुख्य बस अड्डों से रोजाना 1100 बसों से तकरीबन 80 हजार यात्री सफर करते हैं। कोरोना के चलते यात्रियों की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। ऐसे में शुक्रवार को यात्रियों की संख्या गिरकर 50 हजार तक पहुंच गई है। रोडवेज की 722 बसें ऑनलाइन सेवाओं से जुड़ी हैं जिनमें रोजाना दस प्रतिशत लोग अपने टिकट निरस्त करा रहे हैं।