पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश के बाहुबली मुख्तार अंसारी की सुरक्षा बढ़ा दी है। रोपड़ जेल में मुख्तार को अब तीन सुरक्षा घेरे में रखा गया है। पहला घेरा जेल के बाहर तैनात क्विक रिएक्शन टीम का है। दूसरे घेरे में जेल के विशेष प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। तीसरे घेरे के तहत जेल के कैदियों को मुख्तार के पास आने की इजाजत नहीं है। मुन्ना बजरंगी के प्रकरण से सबक लेते हुए जेल प्रशासन ने यह सुरक्षा बढ़ाई है। मुन्ना बजरंगी की उत्तर प्रदेश की बागपत जेल में हत्या कर दी गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह सुरक्षा बढ़ाई जानी बेहद जरूरी थी। 40 से ज्यादा मुकदमों का सामना करने वाला विधायक अंसारी पिछले 13 साल उत्तर प्रदेश की कई जेलों में रह चुका है। हालांकि इन दिनों मुख्तार पंजाब की रोपड़ जेल में पिछले दो साल से कैद है। मुख्तार पर जितने मुकदमे हैं, उतने ही दुश्मन भी हैं। ऐसे में रोपड़ जेल में उसकी सुरक्षा में इजाफा कर दिया है।
क्विक रिएक्शन टीम में पंजाब पुलिस के 10 से अधिक जांबाज सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। टीम को निर्देश दिया गया है कि किसी भी तरह का खतरा होने पर तत्काल निर्णय लेकर कार्रवाई की जाए। बैरक में मुख्तार के साथ जेल के विशेष प्रशिक्षित कर्मचारियों को लगाया गया है, जो हर पल उस पर नजर रखते हैं। पंजाब पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, मुख्तार को कई बार धमकी मिल चुकी हैं। यही वजह है कि सुरक्षा के तीन घेरे बनाए गए हैं।
बाहुबली को रखने के लिए रोपड़ जेल को चुने जाने के पीछे भी कई कारण हैं। जेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार वैसे तो पंजाब में कुल 24 छोटी-बड़ी जेल हैं। लेकिन रोपड़ जेल सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। छोटी होने के कारण यहां कैदियों की संख्या काफी कम है। इससे यहां पर किसी विशेष कैदी की सुरक्षा करना आसान है। साथ ही रोपड़ से सभी प्रमुख शहरों की दूरी भी काफी कम है।
अभी तक मोहाली में सिर्फ एक बार ही मुख्तार की पेशी हुई है। वहां उसे जेल प्रशासन ने कमांडो सुरक्षा में पेश किया था। इस दौरान एक एंबुलेंस भी साथ थी।