राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश से आठ प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इनमें से सात उम्मीदवारों में डॉ. अशोक वाजपेयी, विजय पाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, हरनाथ सिंह यादव, डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हाराव की घोषणा रविवार को की गई। वहीं, वित्तमंत्री अरुण जेटली को उत्तर प्रदेश से पहले ही उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है। वाजपेयी पिछले साल सपा छोड़कर भाजपा में आए थे। उनके विधान परिषद से त्यागपत्र देने से रिक्त हुई सीट से उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को विधान मंडल सदन का सदस्य बनाया गया है।
भाजपा प्रत्याशियों में छह उत्तर प्रदेश के हैं जबकि दो लोग बाहर के हैं। उम्मीदवारों में दो ब्राह्मण, एक ठाकुर, एक अति पिछड़े, एक जाटव, एक यादव, एक वैश्य है। वाजपेयी हरदोई तो विजय पाल तोमर और कांता कर्दम मेरठ के रहने वाले हैं। सकलदीप राजभर बलिया, हरनाथ सिंह यादव एटा और डॉ. अनिल जैन फीरोजाबाद के हैं, जबकि वित्तमंत्री अरुण जेटली दिल्ली और जीएवएल नर्सिम्हा राव आंध्र प्रदेश के निवासी हैं।
निर्विरोध निर्वाचित हो सकते हैं सदस्य
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की दस सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए सपा से जया बच्चन मैदान में है। बसपा ने सपा के समर्थन से भीमराव अम्बेडकर को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा से भी नौ की जगह अब आठ उम्मीदवार ही सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। ऐसे में यदि सोमवार को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन 11वें उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया तो भाजपा, सपा और बसपा के उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन तय है।