ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मोती चंद्रमा का रत्न है, इसे धारण करने से चंद्रमा के सभी दोष दूर हो जाते हैं। चंद्रमा जहां जातक की निर्बलता दूर करता है, वहीं मानसिक तनाव से भी छुटकारा दिलाता है। जिन लोगों की राशि में चंद्रमा कमजोर हो उन्हें मोती अवश्य धारण करना चाहिए। इसके अलावा कर्क राशि वालों के लिए मोती पहनना अत्यंत ही शुभकारी माना गया है। मोती धारण करने से मानसिक तनाव तो दूर होता ही है, इसे ज्ञान बढ़ाने वाला रत्न भी माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार व्यक्ति को अपने वजन के अनुसार चार, छह, सात और ग्यारह रत्ती करना चाहिए।
इसमें भी प्राचीन गोल मोती को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसे चांदी की अंगूठी में शुक्ल पक्ष के सोमवार धारण करना चाहिए। मोती धारण करते समय ग्यारह हजार बार या कम से कम 108 बार नीचे दिए गए मंत्र का जाप रकना चाहिए।
ऊं सों सोंमाए नम:
समुद्र में मिलने वाली सीप में यह रत्न तैयार होता है, जिसके चलते इसकी उपलब्धता काफी कम होती है और इसकी कीमत बढ़ जाती है। इसके चलते बाजार में नकली मोती का चलन भी आम है। इससे बचने के लिए किसी जानी मानी सर्राफ की दुकान से ही खरीदना चाहिए।