उत्तर प्रदेश के कानपुर का लैब असिस्टैंट की किडनेपिंग और मर्डर केस अभी लोग भूले भी नहीं थे कि गोरखपुर से किडनैपरों ने एक करोड़ के लिए एक नाबालिग को अगवा कर मार डाला. इस मामले पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आरोपियों पर एनएसए लगाने की तैयारी कर ली गई है.

गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छत्रधारी गांव के नाबालिग की हत्या मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिसकर्मियों की जवाब तय करने और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने का आदेश दिया है. बच्चे की हत्या के बाद परिवार में मातम है और लोग डरे हुए हैं.
पांचवीं में पढ़ने वाला बलराम गुप्ता रविवार दोपहर 12 बजे घर से खाना खाने के बाद दोस्तों के साथ खेलने गया था, लेकिन तीन बजे एक फोन कॉल से पूरा घर हिल गया. पता चला कि उसका अपहरण कर लिया गया है और एक करोड़ रुपये की फिरौती मांग गई है.
14 साल के बलराम गुप्ता के पिता पान की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. अपहरणकर्ताओं की 1 करोड़ की फिरौती की डिमांड पूरी करना उनके बूते की बात नहीं थी. उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस भी बच्चे की तलाश में जुट गई. जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था उसे भी सर्विलांस में लगाया गया. लोगों से पूछताछ की गई.
पुलिस के हाथ कुछ ठोस नहीं लग रहा था. जैसे-जैसे वक्त गुजर रहा था उम्मीदें कमजोर पड़ रहीं थी और फिर वो मनहूस खबर आई जिसे कोई सुनना नहीं चाहता था. अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की हत्या कर लाश गांव के पास ही नाले में फेंक दी थी. पुलिस ने बच्चे की लाश बरामद कर ली. गले में निशान मिले हैं जो इशारा करते हैं कि गला दबाकर हत्या की गई है.
अबतक की जांच में पुलिस ने अपहरण और हत्या के इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें 3 पर हत्या और दो पर फर्जी कागजातों पर सिमकार्ड बेचने का आरोप है, लेकिन इसमें एक नाम निखिल भारती का है जो चौंकाने वाला है, क्योंकि वो बलराम को ना सिर्फ जानता था बल्कि कई दफे उसके और दोस्तों के साथ खेलता भी था.
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