योगी सरकार ने प्रदेश के दो प्रमुख सुपर स्पेशियलिटी संस्थानों को बड़ा तोहफा दिया है। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) और लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अब डॉक्टरों सहित अन्य स्टाफ की कमी नहीं रहेगी। राज्य सरकार ने दोनों संस्थानों में करीब 14 हजार पदों के सृजन को मंजूरी दे दी है। इसमें शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक दोनों तरह के पद शामिल हैं। इसमें बड़े पैमाने पर स्थायी भर्तियां की जाएंगी। सीएम योगी के निर्देश पर राज्य सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट-वन मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य रखा है।
लखनऊ के केजीएमयू में कुल 10 हजार 42 पद सृजित किए गए हैं। इनमें 1256 पद फैकल्टी के हैं। फैकल्टी के पदों में 515 पद ब्राड स्पेशियलिटी और सुपर स्पेशियलिटी के हैं जबकि 741 पद रेजीडेंट डॉक्टरों के होंगे। इसके अलावा 8 हजार 786 गैर शैक्षणिक पद हैं। जिनमें नर्स, पैरामेडिकल, लिपिक व अन्य पद शामिल हैं। इनमें गैर शैक्षणिक संवर्ग में नियमित श्रेणी के 7669 पद और आउटसोर्सिंग के 1063 पद होंगे। गैर शैक्षणिक संवर्ग में एडीशनल नॉन टीचिंग के 54 पद भी आउटसोर्सिंग से भरे जाएंगे। वहीं लोहिया संस्थान में भी कुल 3862 पदों के सृजन को मंजूरी मिली है। इसमें 803 पद शैक्षणिक और 3059 गैर शैक्षणिक पद शामिल हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने कहा है कि इन दोनों संस्थानों में स्वीकृत पदों पर चरणबद्ध तरीके से जरूरत के हिसाब से भर्तियां की जाएंगी। भर्तियों का सिलसिला जल्द शुरू होगा।